नीट यू.जी. के परीक्षा को रद्द कर पून: परीक्षा आयोजित कराने, NTA को भंग करने सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में पटना में छात्र संगठनों का संयुक्त अनिश्चितकालीन अनशन शुक्रवार को शुरू हो गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आइसा के राज्य सचिव साबिर कुमार तथा एआईएसएफ के राज्य सचिव सुधीर कुमार संयुक्त रूप से कर रहे हैं। वहीं अनिश्चितकालीन अनशन का संचालन एसएफआई की राज्य अध्यक्ष कान्ति कुमारी ने किया। आइसा राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने अनशन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विगत दस सालों में यह सरकार जनता के हर सवाल पर चुप्पी साधे हुए बस अपनी मनमानी किए जा रही है। इसी का नतीजा है कि देश में बेरोजगारों की फौज लगातार बढ़ती जारी है। उन्होंने कहा शिक्षा का स्तर पूरी तरीके से गिर चुका है। बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में क्या कहना, NTA ने नीट का पेपर लीक करा कर प्रतिभा संपन्न युवाओं के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया। केन्द्र और राज्य सरकार दोनों की यह मंशा है कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा वर्ग अब मुख्य धारा में सम्मलित नही होने पाए इसलिए संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट करके निजीकरण को तेजी से बढ़ावा दिया जा रही है। ऐसे ही निजीकरण की उपज NTA जैसी भ्रष्ट संस्था है इस संस्था को तत्काल प्रतिबंधित कर पुन: नीट का आयोजन किया जाना चाहिए।
एआईएसएफ के राज्य संयुक्त सचिव राकेश कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार की कठपुतली NTA युवाओं के सपनों से खिलवाड़ कर रही है। नीट सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में ना जाने कब से भ्रष्टाचार चल रहा है जिसकी निष्पक्ष जांच की घोषणा अभी प्रतीक्षित है लेकिन भ्रष्टाचार करने वाली संस्था ही जब जांच कर रही हो तो उससे न्याय और निष्पक्षता उम्मीद करना बेमानी होगा। उन्होंने कहा की अग्निवीर योजना के तहत सैनिकों का ठेकाकरण किया गया है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए तथा सैनिकों की बहाली पूर्व के तर्ज पर की जानी चाहिए। उन्होंने छात्राओं एवं अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों के लिए बनी निशुल्क शिक्षा कानून को धरातल पर लागू करने की मांग की।
छात्र राजद के प्रदेश प्रवक्ता अमन लाल ने कहा कि NTA का उदासीनता अक्षमता और कोचिंग माफिया के साथ साठगांठ होने पर सबसे बड़े प्रतिस्पर्धा वाली परीक्षा का भी बाजारीकरण किया जा रहा है जो देश का उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ है,देश का युवा ये नहीं सहेगा।नीट यू.जी. परीक्षा को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए नीट परीक्षा पुन: आयोजित किया जाए,आरोपित शिक्षा माफियाओं पर उच्च स्तरीय जांच कराया जाए और आरक्षण को नवी. अनुसूची में शामिल किया जाए।
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समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव ने कहा कि पूंजीपतियों के हाथो में उच्च शिक्षा,प्रतियोगी परीक्षा दिया गया इन सभी में धांधली और भ्रष्टाचार चरम सीमा के पार पहुँचा है। NTA को औपचारिक रूप से स्थगित करना चाहिए जिससे राज्य या राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षाओ का आयोजन पारदर्शी, कुशल और निष्पक्ष प्रकिया के तहत किया जाए। अपनी जनसरोकार से संबंधित कई मांगो को लेकर प्रस्तावित अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे छात्र नेताओं ने NEET UG 2024 की परीक्षा को रद्द करने पुन: परीक्षा आयोजित कराने के साथ नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी को समाप्त करने आदि मांगों को लेकर चरणबद्ध तथा राजव्यापी आंदोलन की भी बात कही है। इस मौके पर आइसा राज्य कार्यकारिणी सदस्य आकाश, पाटलीपुत्रा वि.वि. के आइसा सदस्य हेमंत, आइसा के पुर्व राज्य सह सचिव आकाश कुमार, एआईएसएफ के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रशांत सुमन, शबीना खातून, रौशन,पूर्व छात्र नेता जन्मेजय कुमार, सद्दाव, रूबी, हिना, सुभाष, रोहित इत्यादि मौजूद थे।