न्यूज 18 की चमचई का घड़ा भर गया, नेता बोले, होगा बहिष्कार
एक दौर था जब पत्रकार जनता के संघर्षों के साथ खड़े रहते थे। अंग्रेजी सरकार के खिलाफ भी लिखने में नहीं डरते थे। यह परंपरा लालू राज तक थी। फिर सबकुछ बदल गया।
इस देश में अब मीडिया का रोल पूरी तरह बदल गया है। मीडिया सत्ता के हाथ का खिलौना बन गई है। यह भी उतना घातक नहीं है, लेकिन मीडिया का रोल तब घातक बन जाता है, जब वह जनता के संघर्ष के खिलाफ खड़ा हो जाता है। संघर्ष को ही बदनाम करने में लग जाता है। वह सत्ता से सवाल करने के बजाय विपक्ष से ही सवाल करने लगता है।
बिहार विधानसभा में पुलिस का प्रवेश इतिहास में आज तक नहीं हुआ। आजतक सदन में पुलिस ने विधायक को नहीं पीटा। लेकिन यह सब बिहार में पिछले 23 मार्च को हुआ। मीडिया लोकतंत्र की हिफाजत करने के बजाय पुलिस के प्रवेश को ही उचित ठहराने में लग गया। बिहार में यह इस दृष्टि से भी काला दिन है।
News 18 बिहार पर राजद का दावा, नीतीश से लिया था चुनावपूर्व ठेका
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पहली बार खुलकर मीडिया की भूमिका की कड़ी आलोचना की और चुनौती दी कि उसमें हिम्मत है, तो वह सत्ता से सवाल करे। उन्होंने न्यूज 18 का नाम लेकर कहा कि यह चैनल जनविरोधी कार्य में लगा है। लोकतंत्र की हत्या का साझीदार है।
मालूम हो कि न्यूज 18 ने विधानसभा में जो कुछ हुआ उसे विपक्ष की गंडागर्दी कहा। हद तो तब हो गई, जब पुलिस से इसके संवाददाता के पिटे जाने की खबर को भी इसने बताया कि विपक्ष के विधायकों ने उसके संवाददाता पर हमला किया। तेजस्वी ने चुनौती दी कि मेरे पास वीडियो है, जिसमें नीतीश के गुंडे आपके रिपोर्टर को पीट रहे हैं। है हिम्मत दिखाने की?
राजद ने यहां तक कहा कि न्यूज18 ने जदयू से पैसा लिया है। ठेका लिया है। इसीलिए वह विरोधी दलों के प्रेस वार्ता को भी कवर नहीं करता। इतना बड़ा आरोप आज तक किसी नेता ने इस तरह खुलकर नहीं लगाया, लेकिन इसके बावजूद न्यूज18 अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा।
तेजस्वी यादव के खुलकर बोलने के साथ ही प्रदेश के कई नेताओं ने न्यूज 18 के बहिष्कार की घोषणा कर दी। राजद नेता तनवीर हसन ने न्यूज 18 के बहिष्कार की घोषणा कर दी है।
दिल्ली में किसान आंदोलन में शामिल किसानों को भी गोदी मीडिया ने खालिस्तानी और न जाने क्या-क्या कहा। किसानों ने गोदी मीडिया का बहिष्कार किया। उन्हें संवादददाता सम्मेलन में बुलाना बंद कर दिया। फिर तो उनके माइक देखकर ही लोग गोदी मीडिया वापस जाओ के नारे लगाने लगते हैं। लगता है अब वही कुछ न्यूज-18 के साथ बिहार में होने जा कहा है।