झकझोरने वाली खबर: इन अस्पतालों के नवजातों के शवों को नोच खाते हैं जानवर
दीपक कुमार ठाकुर,ब्यूरो प्रमुख,बिहार
दरभंगा:लहेरियासराय के बेता चौक इलाके में सैकड़ों निजी क्लिनिक और अस्पताल हैं जिसके कारण आए दिन यहां कूड़े में नवजात की लाश मिलती रहती हैं.
दरभंगा. बिहार के दरभंगा में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबर आई है. यहां कूड़े के ढेर में एक नवजात बच्ची का शव मिला है. लाश मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया.
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कूड़े में पड़े नवजात को जानवरों के द्वारा नोंचते देख स्थानीय लोगों ने जानवर को भगाया और पुलिस को सूचना दी.
दरअसल, लहेरियासराय के बेता चौक इलाके में सैकड़ों निजी क्लिनिक और अस्पताल हैं जिसके कारण आए दिन यहां कूड़े में नवजात की लाश मिलती रहती हैं. निजी क्लिनिक में अवैध गर्भपात का भी धंधा जोरों पर चलता है जिसका नतीजा ये है कि आए दिन कूड़े से नवजात बच्चों के लाश मिलती रहती है.
कूड़े में नवजात के शव की सूचना मिलते ही वहां लोगों के भीड़ इकट्ठा होने लगी. वहीं मौके पर पुलिस भी पहुंची और मामले की जांच में जुट गई.
गर्भपात क्यों
स्थानीयों का आक्रोश अस्पताल प्रशासन पर है जहां से नवजात के शव को कूड़े में आए दिन फेंकते रहते हैं. खासकर आज भी लोग बेटियों को अपनाने के बजाए यहां फेंक कर चले जाते हैं. वहीं, कूड़े में जानवरों के द्वारा शवों को नोचते रहते हैं और प्रशासन मौन बना हुआ है. मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारी ने कैमरा पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
हालांकि गर्भपात कानून अपराध है फिर भी जिस तरह से निजी अस्पतालों में गर्भपात का धंधा चलता है उस पर प्रशासन की खामोशी भी सवाल खड़े करती है. समझा जाता है कि इन अस्पतालों में दो तरह के गर्भपात आम तौर पर कराये जाते हैं. पहला अवैध संबंधों से गर्भ धारण करने वाली महिलाओं का गर्भपात होता है तो दूसरे तरह का वह गर्भपात होता है जिनमें माता-पिता बेटी जन्म देना नहीं चाहते.