कुमार अनिल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह को फंसा दिया। उन्होंने ऐसी मांग कर दी, जिसे अगर प्रधानमंत्री पूरा नहीं करते हैं, तो वे फंस जाएंगे और पूरा करते हैं, तो भी फंसेंगे। मुख्यमंत्री के बेटे ने मीडिया से बात करते हुए अपने पिता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री फेस घोषित करने की मांग कर दी है। अगर इस मांग को प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पूरा नहीं करते हैं, अनदेखी करते हैं, तो जदयू और भाजपा में अविश्वास का बढ़ना तय है। अगर वे नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का फेस घोषित करते हैं, तो भाजपा का सपना चकनाचूर हो जाएगा।
मुख्यमंत्री के बेटे निशांत कुमार ने चंद दिनों में ही दूसरी बार राजनीतिक चर्चा करके स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी समय राजनीति में आ सकते हैं। सबकुछ तय हो गया है, सिर्फ औऔपचारिकता बाकी है। राजनीति में प्रवेश की भूमिका तैयार करने के लिए ही वे अब मीडिया से भी खुल कर बात कर रहे हैं, ताकि जिस दिन वे औपचारिक तौर पर राजनीति में आएंगे, तो लोगों को झटका न लगे। इसका अर्थ है उनके राजनीति में आने की पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है।
पत्रकारों ने उनसे राजनीति में आने के बारे में पूछा, तो इस सवाल का जवाब वे टाल गए। यहां यह ध्यान रखने की बात है कि उन्होंने राजनीति में आने की संभावना को खारिज नहीं किया। जबकि यही निशांत कुमार पिछले साल तक राजनीति में आने की चर्चा को खारिज करते रहे हैं।
निशांत कुमार के राजनीति में आने से भाजपा को बढ़ा झटका लगेगा। परिवारवाद का उसका राजद पर हमला बेकार हो जाएगा। वहीं नीतीश के बाद उनके जनाधार को पचा जाने की योजना या मंशा भी धरी रह जाएगी। निशांत के राजनीति में आने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का एक हिस्सा लगातार अपील करता रहा है।