नीतीश ने किया स्वीकार किसके चलते नहीं हो रहा मंत्रिमंडल विस्तार
बिहार सरकार के गठन का एक महीना पूरा हो चुका है. लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार ( Nitish Cabinet Expension) नीतीश कुमार नहीं कर सके. आज उन्होंने इस बात से पर्दा उठा दिया कि किसके दबाव में मंत्रिमंडल का विस्तार रुका पड़ा है.
आज नीतीश कुमार ने पटना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण कार्य के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा की ओर से अभी तक ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है।मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को जब लगेगा मंत्रिमंडल विस्तार के लिए, तभी इस पर बात होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अभी तक भाजपा की ओर से इस पर कोई बात नहीं हुई है।
JDU 72 सीटें क्यों हारा? पता करने से पहले 5 कारण जानिये
एक तरफ भाजपा और जदयू के अंदर अनेक विधायक मंत्री बनने का सपना संजोये हुए हैं तो दूसरी तरफ विरोधी दल लगातार मंत्रिमंडल विस्तार न करने पर सत्ताधारी गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. राजद बराबार आरोल लगाता रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश कुमार की एख नहीं चल रही है. उधर भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का कना है कि भाजपा बड़ी पार्टी होने के नाते ज्यादा मंत्रिपद चाहती है.
हालांकि माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में सुशील मोदी की सक्रियता कम होने के कारण नीतीश कुमार से तारतम्य बिठाने में भाजपा के अन्य नेताओं को मुश्किल हो रही है. इश कारण भी मंत्रिमंडल विस्तार में समय लग रहा है.
याद रहे कि बिहार विधान सभा चुनाव में राजग गठबंधन को बहुमत से 4 सीटें ज्यादा मिली हैं. इसमें अकले भाजपा को 74 सीटें जबकि जदयू को मात्र 43 सीटें मिली थीं. नीतीश कुमार की पार्टी को कम सीटें मिलने के बावजूद भाजपा ने जदयू नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का पद देने पर सहमत हो गयी. ऐसे में अब वह चाहती है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उसे अनुपातिक रूप से मंत्रिपद मिलना चाहिए.