बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वास्थ्य ठीक नहीं है यह एक बार फिर आज साबित हुआ। गुरुवार को विधानसभा में एक सदस्य मोबाइल पर लिख कर लाए प्रश्न पढ़ रहे थे, तभी अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सीट से खड़े हो गए। वे गुस्से में दिखे। कहा कि मोबाइल बंद कराइए। दस साल में मोबाइल के कारण दुनिया खत्म हो जाएगी। मोबाइल पर बोलते हुए वे 2020 चुनाव पर भी बोलने लगे। वे जो बोल रहे थे उसमें तारतम्य नहीं था। मोबाइल के कारण दुनिया खत्म हो जाएगी, वह भी दस वर्षों में वाले बयान के बाद सोशल मीडिया पर फिर वे चर्चा में आ गए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि इंजीनियर नीतीश को क्या हो गया है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी तंज कसा है। कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से सदन को पेरलेस बनाने की दिशा में प्रश्नों के ऑनलाइन उत्तर देने की व्यवस्था की गई है। अगर किसी माननीय सदस्य को पूरक प्रश्न पूछना है तो उसे मोबाइल या टैब देखकर प्रश्न पूछना ही होगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कंप्यूटर में निरक्षर हैं। यही उनकी दिक्कत है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार का दुर्भाग्य है कि ऐसे रूढ़ीवादी कालग्रस्त मुख्यमंत्री मिले हैं, जो टेक्नोलॉजी के साथ-साथ युवा और महिला विरोधी हैं।
सोशल मीडिया में लोग कह रहे हैं कि आज कई कंपनियां मोबाइल से ही काम करती हैं। बिहार सरकार के कई काम भी मोबाइल पर हो रहे हैं। मोबाइल से ही दुनिया भर में बैंकों के लेन-देन हो रहे हैं और एक बिहार के मुख्यमंत्री हैं, जो सदन में मोबाइल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। वे बिहार को कितना पीछे ले जाना चाहते हैं।