BJP के आगे झुकेंगे नीतीश, बनेगा लव जिहाद पर UP जैसा कानून?
बिहार चुनाव में तीसरे दर्जे की पार्टी के रूप में सिमट चुके जनता दल यू को भाजपा ने मुख्यमंत्री की कुर्सी सुपुर्द कर दी है. इसलिए माना जा रहा है कि वह नीतीश कुमार के अपने एजेंडे को लागू करने पर मजबूर करती रहेगी.
उत्तर प्रदेश कथित लव जिहाद के खिलाफ कानून बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसरा अलग-अलग धर्म वाले अगर शादी करते हैं तो उन्हें सख्त कानून का सामना करना पड़ेगा. इस तरह का कानून हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी बनाये जाने की तैयारी है. मध्य प्रदेश में तो कानून का ड्राफ्ट भी अंतिम चरण में है.
लेकिन जहां तक बिहार की बात है, मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि कथित लव जिहाद पर बिहार में भी कानून बनाया जाना है.
नवभारत टाइम्सडॉट कॉम ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून लाए जाने की तैयारी चल रही है। मध्य प्रदेश में कानून की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है।
गौरतलब है कि लवजिहाद संघ प्रचारित शब्दावली है. जिसके तहत कहा जाता है कि मुस्लिम लड़के, हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसा लेते हैं और उनसे शादी करके लड़की को इस्लाम धर्म अपनाने को मजबूर करते हैं.
हालांकि एक हालिया स्टडी में 50 से ज्यादा केसों पर गौर किया गया. इस अध्ययन में किसी भी मामले में जबरन धर्म परिवर्तन की बात को एक प्रोपगंडा करार दिया गया है.
भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता और किसी भी धर्म को स्वेच्छा से अपनाने की आजादी है. कानून विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का कोई भी कानून अदालत में नहीं टिक सकेगा जिसमें धार्मिक स्वतंत्रता पर रोक लगाने की बात कही जाती हो.
हालांकि उत्तर प्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों में कथित लवजिहाद के खिलाफ प्रस्तावित कानून के पीछे भाजपा की जो भी मंशा हो, इसे बिहार में लागू करने की अगर बात होगी तो इसे भाजपा का साम्प्रदायिक एजेंडा को बल मिलेगा. ऐसे में देखना है कि नीतीश कुमार भाजपा के दबाव में कितना आते हैं.