नीतीश की मानव श्रृंखला का 24 जनवरी को जवाब देंगे कुशवाहा
दीपक कुमार ठाकुर,ब्यूरो प्रमुख
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी जल जीवन हरियाली यात्रा के माध्यम से लोगों को 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने के लिए लगातार प्रेरित कर रहे हैं. सरकार के शिक्षा विभाग की देखरेख में बनाई जाने वाली यह मानव श्रृंखला 16 हजार 298 किलोमीटर लंबी होगी. सीएम की इस मानव श्रृंखला का मकसद भले ही स्वच्छ वातावरण, देहज प्रथा का उन्मूलन, बाल विवाह उन्मूलन, नशा मुक्ति और जल जीवन हरियाली जैसे अभियान को सफल बनाना हो, लेकिन रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ऐसा नहीं मानते हैं. कुशवाहा का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनावी वर्ष में वास्तविक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ही नीतीश कुमार ने इस तरह का अभियान चलाने का फैसला किया है.
यूं नीतीश को जवाब देंगे कुशवाहा
नीतीश कुमार को जबाब देने के मकसद से उपेन्द्र कुशवाहा ने मानव श्रृंखला के जवाब में मानव कतार लागने की घोषणा कर दी है. रालोसपा नेता ने बताया कि आगामी 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर के जन्मदिन के मौके पर लगाई जाने वाली मानव कतार का मुद्दा होगा शिक्षा और रोजगार. जबकि उन्होंने अपने इस अभियान के लिए एक श्लोगन भी दिया है- हमें चाहिए शिक्षा और रोजगार, इसलिए मानव कतार.
कुशवाहा ने की अपील
उपेन्द्र कुशवाहा ने सभी सरकारी विद्यालयों लगाई जाने वाली इस कतार में शामिल होने के लिए अभिभावकों के साथ ही शिक्षकों से भारी संख्या में शामिल होने की अपील की है. रालोसपा नेता ने कहा कि सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक यह मानव कतार लगाई जाएगी. हालांकि यह मनाव कतार कितनी लंबी होगी, इस पर कुशवाहा ने साफ कर दिया है कि इसके लिए लंबाई का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है. रालोसपा नेता का मानना है कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज रोजगार संकट चरम पर है. साथ ही उन्होंने बिहार में शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त कुव्यवस्था के कारण छात्रों का भविष्य चौपट होने की बात कही है.
कुशवाहा की एकला चलो नीति
उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा भले ही महागठबंधन में शामिल है, लेकिन वे लगातार अकेले कई कार्यक्रम चलाकर अपना अलग स्टैंड कायम किये हुए हैं. इसके पहले भी सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर समझाओ, देश बचाओ जागरुकता यात्रा चला रहे हैं. जबकि फिलहाल उन्होंने मानव कतार लगाने की घोषणा कर दी है.