मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि जो सभी धर्मों का सम्मान नहीं करता है वह धार्मिक नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने गांधी मैदान में नमाज अता करने आये लोगों को ईद-उल-फितर की मुबारकबाद दी और बिना किसी का नाम लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो अपने धर्म के सम्मान की बात करता है और दूसरे धर्म की नहीं, वह धार्मिक नहीं अधार्मिक है। हमें सभी धर्म के प्रति सम्मान व्यक्त करना चाहिए।
श्री कुमार ने कहा कि समाज में एक-दूसरे के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल होता है। यह बंद होना चाहिए। सबको एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखना चाहिए। यही धर्म है। चाहे आप किसी भी धर्म को अपनाइए। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का यही उपदेश और संदेश है कि प्रेम से अपना काम करिए और दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रखिए। इसके अलावा कोई यदि इधर-उधर सोचता है तो समझ लीजिए वह धार्मिक व्यक्ति नहीं है। धर्म में उसकी आस्था नहीं। वह धर्म को बदनाम करना चाहता है। वह सब लोगों से प्रार्थना करते हैं कि प्रेम और सद्भावना बनाए रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं किसी खास व्यक्ति पर प्रतिक्रिया नहीं देता हूं। मैं सबको शुरू से जानता हूं। कुछ लोगों की आदत होती है कि ऐसा कुछ बोलो जिस पर खूब प्रतिक्रिया हो। उन्होंने कहा कि ईद के अवसर पर गांधी मैदान में हर साल नमाज का आयोजन होता है। वर्ष 2006 से वह हर साल यहां आते हैं और लोगों को पर्व की शुभकामना देते हैं । उन्होंने कहा कि कोई ऐसा पर्व नहीं है जिसकी वह शुभकामना नहीं देते हैं ।
श्री कुमार ने कहा कि भारत एक महान देश है और यहां विभिन्न धर्मों, संप्रदायों एवं मतावलंबियों के बीच पारस्परिक सौहार्द, प्रेम तथा सहिष्णुता बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि यहां सभी लोग एक-दूसरे के पर्व त्याहारों में शामिल होकर खुशियां बांटते हैं और एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करते हैं । इसी से प्रदेश एवं देश को ताकत एवं मजबूती मिलती है, जिसकी बदौलत प्रतिकूल परिस्थितियों में भी देश की एकता और अखंडता अक्षुण्ण रहती है ।