रण छोड़ कर जदयू प्रत्याशी भागा, NDA की सांसें अटकीं, RJD ने ललकारा
बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले एनडीए (NDA) का सीतामढ़ी प्रत्याशी रण छोड़ कर भाग खड़ा हुआ है. “उधर RJD नेता तेजस्वी यादव ने ललकारते हुए कहा है कि नीतीश जी की नाव में छेद हो चुका है। हार के डर से प्रत्याशी ने सिम्बल किया वापस। बाक़ी दिल्ली के एसी कमरों में बैठे लोगों के सर्वे का मज़ा लेते रहिए”.
सीतामढ़ी से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवार डॉक्टर वरुण कुमार ने अपना टिकट यह आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार को लौटा दिया कि उन्हें पार्टी या गठबंधन के लोग मदद नहीं कर रहे हैं.
वरुण ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात की और चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है.
खबरों में बताया गया है कि उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था. वे इसलिए काफी परेशान थे. इसलिए उन्होंने नामांकन से पहले ही टिकट लौटा दिया.
यह भी पढ़ें- अपमानित कर निकाले गये साबिर अली
याद दिला दें कि सीतामढ़ी में 6 मई को मतदान हैं.
[tabs type=”horizontal”][tabs_head][tab_title][/tab_title][/tabs_head][tab][/tab][/tabs]
पाठकों को याद दिला दें कि इससे पहले 2014 में भी नीतीश कुमार को ऐसी ही शर्मनाक स्थितियों से तब गुजरना पड़ा था जब शिवहर से उनके प्रत्याशी ने टिकट वापस कर दिया था. 2014 के चुनाव में जदयू को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था और उसके मात्र 2 प्रत्याशी जीत सके थे. हालांकि उस वक्त भाजपा और जदयू का गठबंधन नहीं था और जदयू ने अकेले चुनाव लड़ा था.
इस बार एनडीए गठबंधन में जदयू के साथ लोजपा और भाजपा हैं और ये तीनों मिल कर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
उधर डाक्टर वरुण कुमार के बारे में एक खास बात यह सामने आयी थी कि जब एक एमएलसी ने आरोप लगाया था कि सीतामढ़ी की सीट करोड़ों रुपये में बेची गयी थी.
बता दें, बिहार में नीतीश कुमार की जदयू, भाजपा और रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. भाजपा और जदयू 17-17 और लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ रही है.