नीतीश ने बनाई नई टीम, 11 GS में 3 मुस्लिम, तीन EBC
नीतीश ने बनाई नई टीम, 11 GS में 3 मुस्लिम, तीन EBC । 11 महासचिवों में दो कुशवाहा भी। नई टीम से समझिए मुख्यमंत्री की आगे की रणनीति।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालने के 21 दिन बाद शनिवार को अपनी नई टीम घोषित कर दी। उनकी टीम में पिछड़े, अतिपिछड़े और मुसलमानों को सबसे ज्यादा जगह दी गई है। पिछड़ों में भी कुशवाहा और पटेल को जगह दी गई है। कुल 22 नेताओं की टीम में सिर्फ तीन सवर्ण हैं। पार्टी की कमान संभालने वाले 11 महासचिव होंगे। इनमें तीन मुस्लिम हैं। तीन अतिपिछड़े हैं। दो कुशवाहा हैं। एक कुर्मी हैं। 11 महासचिवों में सिर्फ एक सवर्ण हैं। इससे स्पष्ट है कि नीतीश कुमार की राजनीति पिछड़ों खासकर लव-कुश, अतिपिछड़े तथा अल्पसंख्यकों पर केंद्रित होगी।
जदयू अध्यक्ष की नई टीम में उनके अलावा एक उपाध्यक्ष, एक राजनीतिक सलाहकार सह प्रवक्ता, 11 महासचिव, पांच सचिव तथा एक कोषाध्यक्ष होंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह एकमात्र उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। राजनीतिक सलाहकार सह प्रवक्ता केसी त्यागी बनाए गए हैं। 11 महासचिवों में रामनाथ ठाकुर (राज्यसभा सदस्य), मंगनीलाल मंडल, पूर्व सांसद, संजय कुमार झा, मंत्री, मोहम्मद अली अशरफ फातमी, पूर्व मंत्री, आफाक अहमद खान, एमएलसी, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री, राम सेवक सिंह, पूर्व मंत्री, कहकशां परवीन (अतिपिछड़ा), पूर्व सांसद और कपिल हरिशचंद्र पाटील एमएलसी, राज सिंह मान तथा सुनील कुमार उर्फ इंजीनियर सुनील, पूर्व विधायक के नाम शामिल हैं।
एक और प्रवक्ता होंगे राजीव रंजन, पूर्व विधायक। इसके साथ पांच सचिव बनाए गए हैं जिनमें विद्यासागर निषाद, पूर्व विधायक, राजीव रंजन प्रसाद, अनूप पटेल, दयानंद राय, संजय कुमार और मोहम्मद निसार के नाम हैं। सचिवों में दो कुर्मी, एक अतिपिछड़ा और एक मुस्लिम हैं। पार्टी के कोषाध्यक्ष होंगे डॉ. आलोक कुमार सुमन, लोकसभा सदस्य। वे गोपालगंज (सुरक्षित) क्षेत्र से सांसद हैं। नई टीम को जाति गणना से सामने आई तस्वीर के बाद का परिवर्तन माना जा सकता है। टीम से स्पष्ट है कि नीतीश कुमार अब पिछड़े, खासकर लव-कुश, अतिपिछड़े, मुस्लिम एवं दलित समाज पर केंद्रित राजनीति पर जोर देंगे।
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