बिहार राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपराध रोकने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए बड़ी बात कही। कहा कि खास-खास जाति के नेताओं को जेड श्रेणी सुरक्षा दी जा रही है, जबकि दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं को वही सुरक्षा नहीं दी जा रही है।
कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराध रोकने में पूरी तरह फेल हो चुके हैं। आम तथा खास दोनों की सुरक्षा करने में सरकार फेल है। मुख्यमंत्री सिर्फ अपने इर्द गिर्द वाले को रेवड़ियों की तरह सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं। सुरक्षा देने में कौन सा मानक है यह बात समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव अपराध पर आंकड़ों के साथ सरकार को आईना दिखा रहे हैं। राज्य सरकार पूरी तरह से सुस्त है और सरकार का इकबाल समाप्त हो गया है। लगता है मुख्यमंत्री को इन सब चीजों से कोई मतलब नहीं है और वो अवचेतना के शिकार हैं। इनके इर्द-गिर्द रहने वाले लोग और रिटायर्ड पदाधिकारी अपनी दुकान चला रहे हैं और शासन-प्रशासन उन्हीं लोगों के माध्यम से चलाया जा रहा है।
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हाल के दिनों में मंत्री लेसी सिंह को जेड सुरक्षा प्रदान की गई। इनकी किस तरह से सुरक्षा बढ़ायी गई है ये समझ से परे है। उसी तरह से सांसद संजय झा, राजीव प्रताप रूढ़ी और देवेश चन्द्र ठाकुर को जेड और वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई। स्पष्ट है कि नीतीश कैबीनेट में भी सुरक्षा देने में भेदभाव किया जा रहा है। जहां पिछड़ा का बेटा श्रवण कुमार, जयंत कुशवाहा के सुरक्षा का मानक क्या होगा यह नहीं बताया जा रहा है वहीं अनुसूचित जाति से आने वाले रत्नेश सदा और अल्पसंख्यक समाज का एक मात्र प्रतिनिधित्व करने वाले जमा खान की सुरक्षा पर भी कोई चर्चा नहीं है। क्या ये लोग मुख्यमंत्री के नजर में मंत्री नहीं हैं या उन्हें सुरक्षा व्यवस्था इसलिए मुहैया नहीं कराया जा रहा है क्योंकि ये सभी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज से आते हैं। प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, उर्मिला ठाकुर, अरूण कुमार यादव, आरजू खान, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता उपेंद्र चंद्रवंशी भी उपस्थित थे।
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