बेटियों पर सालाना 2,221 करोड़ खर्च करेगी नीतीश सरकार. बेटी के जन्म से स्नातक बनने तक नीतीश सरकार देगी 54 हजार रुपये.
बालिकाओं के हित में नीतीश कैबिनेट का ऐतिहासिक फैसला.
पटना । बिहार में बेटी के जन्म से उसके स्नातक बनने तक नीतीश सरकार कदम दर कदम आर्थिक मदद करेगी. नीतीश कैबिनेट ने गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को मंजूरी दे दी है. बालिकाओं के हित में यह ऐतिहासिक निर्णय गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में लिया गया. यह योजना राज्य की सभी कन्याओं को जन्म से लेकर स्नातक होने के लिए होगी. इस योजना का लाभ परिवार के दो बच्चों तक सीमित रहेगा. इस योजना के तहत समेकित रूप से एक कन्या को जन्म से स्नातक होने तक कुल 54,100 रुपये तक मिल सकेगा. मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना पर प्रति वर्ष 2,221 करोड़ रुपये से अधिक राशि व्यय कर लगभग 1 करोड़ 60 लाख कन्याओं को लाभान्वित करने का अनुमान है. इस योजना का कार्यान्वयन समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जायेगा एवं प्रोत्साहन राशि का भुगतान लाभार्थी को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में किया जायेगा.
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की जानकारी देते हुए बताया गया है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा कन्या शिशु के जन्म पर माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में रुपये 2000 देने का प्रावधान है. साथ ही 1 वर्ष पूरा होने तथा आधार पंजीयन कराने पर माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में रुपये 1000 देने का प्रावधान किया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर कन्या के सम्पूर्ण टीकाकरण कराने पर माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में रुपये 2000 देने का प्रावधान, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा वर्ग 1-2 के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अन्तर्गत रुपये 400 की राशि को बढ़ाकर रुपये 600 किया गया है. उसी प्रकार शिक्षा विभाग द्वारा वर्ग 3-5 के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अन्तर्गत रुपये 500 की राशि को बढ़ाकर रुपये 700 किया गया है. वर्ग 6-8 के लिए मुख्यमंत्री बालिका पोशाक येाजना के अन्तर्गत 700 की राशि को बढ़ाकर रुपये 1000 किया गया है. वर्ग 9-12 के लिए बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोषाक योजना के अन्तर्गत रुपये 1000 की राशि को बढ़ाकर रुपये 1,500 किया गया है.
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम में (सैनेटरी नैपकीन के लिए) रुपये 150 की राशि को बढ़ाकर रुपये 300 किया गया है. ये वर्ग 7-12 की बालिकाओं को देय होगा. मुख्यमंत्री बालिका (इन्टरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना के तहत अविवाहित इन्टरमीडिएट उतीर्ण बालिकाओं को रुपये 10,000 दिया जाएगा एवं मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत स्नातक उतीर्ण बालिकाओं को 25,000 रुपये दिया जायेगा. इस प्रकार समेकित रूप से एक कन्या को जन्म से स्नातक होने तक कुल 54,100 रुपये तक मिल सकेगा.
इसके अतिरिक्त आज की कैबिनेट की बैठक में अन्य तीन निर्णय लिये गये. मुख्यमंत्री सामाजिक सहायता एवं प्रोत्साहन छात्र योजनाओं के तहत बिहार निशक्तता पेंशन योजना में आंशिक संशोधन करते हुए वैसे तेजाब पीडि़त के मामले में जो बिहार का मूल निवासी हो या तेजाब हमला की घटना बिहार में हुआ हो, को पेंशन देने हेतु दिव्यांगता की न्यूनतम अर्हता 40 प्रतिशत की शर्त विलोपित करने की स्वीकृति का निर्णय लिया गया. इसके अतिरिक्त समेकित बाल विकास छात्र योजनान्तर्गत राज्य योजना से ऑगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए पोषाक योजना में प्रति लाभार्थी देय राशि 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये करने की स्वीकृति करने का निर्णय लिया गया.