नेक मोहम्मद
पूर्वी चंपारण जिला के Darpa थाना अध्यक्ष उमाशंकर ने 28 दिन बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की। यह मामला दरपा थाना क्षेत्र दरपा पंचायत टोला पिपरा वार्ड नंबर 14 का है। शहजादी खातून पति इम्तियाज आलम ने दिनांक 22.7.2024 को दरपा थाना में प्राथमिक की दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन थाना अध्यक्ष ने अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। आवेदनकर्ता महिला का कहना है कि धान रोपाई किए हुए खेत में इजहार अंसारी तथा घर के सभी सदस्यों ने जहरीली दवा छीड़क दी, जिससे फसल जल गई। जब इसकी खबर शहजादी खातून को मिली, तो उन्होंने आरोपियों से पूछा, जस पर इजहार अंसारी इरशाद अंसारी पिता स्वर्गीय जमालुद्दीन अंसारी एजाज अंसारी फैयाज अंसारी असरार अंसारी तीनों पिता अलाउद्दीन अंसारी नूर जहां खातून पति अल्ताफ अंसारी नजाबुन नेशा पार्टी इरशाद अंसारी सभी लोगों ने लाठी-डंडे पीटा और बाल पड़कर जमीन पर पटक दिया। सिर तथा पेट में काफी चोट आई। जब शहजादी खातून बेहोश हो गई तो उसके नाक से सोने की नथनी निकाल लिया। बेहोशी की हालत देखकर सभी वहां से भाग गए। घटना 17/7 /2024 है। दरपा थानाध्यक्ष को पीड़ित दिनांक 22/7/2024 को लिखित आवेदन दिया। लेकिन अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। इधर-उधर का मामला बता कर टाल दिया जाता है। शहजादी खातून अकेली है। उसका भाई भी नहीं है। पिता मंदबुद्धि हैं। इसलिए थाना पर बार-बार बुलाकर थाना अध्यक्ष भगा देते हैं। और पीड़ित को कहते हैं कि उल्टा केस में तुमको फंसा देंगे। उन सभी को हल्का केस करके घर पर जाकर बेल दे देंगे। और और अशब्द भाषा का प्रयोग करते हैं। थर-थर कांप रही महिला न्याय के लिए एसपी साहब और डीएसपी साहब के यहां जाती है और न्याय के लिए गुहार लगाती है। फिर भी एसपी साहब और डीएसपी साहब के आदेश का उल्लंघन करते हैं। अकेली महिला न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रही है। जब पत्रकार थाना अध्यक्ष से बयान लेने के लिए जाते हैं तो बयान देने से मना करते हैं।