राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर से नोटबंदी और GST के बहाने भाजपा को घेरा है. आज उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के अपने अकाउंट पर लिखा कि नोटबंदी और GST तब कामयाब मानी जाती, जब इसका डंका जनता बजाती भाजपा नहीं.
नौकरशाही डेस्क
लालू ने लिखा कि इन्हें ख़ुद की पीठ थपथपानी नहीं पड़ती जनता ख़ुद इनकी पीठ थपथपाती. गौरतलब है कि लालू प्रसाद ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर आठ नवंबर को भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला था और कहा था कि वह नोटबंदी नहीं अहंकार संतुष्टि थी जिसमें 150 लोगों की बलि ली गई. नोटबंदी की वजह से अमीरों का कालाधन सफेद हो गया और गरीब परेशान हुए. पिछले साल 8 नवंबर को लिया गया फैसला नोटबंदी नहीं, अहंकार संतुष्टि थी.
उन्होंने कहा था कि सरकार यह क्यों नहीं बताती कि नोटबंदी लागू करने से कितना कालाधन मिला. नोटबंदी का सबसे पहले हमने विरोध किया. लोग हंसते थे और आरोप लगाते थे कि इनके पास कालाधन है, इसलिए विरोध कर रहे हैं. हम आरोपों से डरने वाले नहीं हैं और न ही झुकने वाले हैं. जीएसटी और नोटबंदी करके देश का खून चूस लिया. एक ट्विट में लालू ने पूछा था कि नोटबंदी के दौरान किसी महेश शाह के यहाँ 13 हज़ार करोड़ का काला धन मिला. वह किस शाह का Cousin Brother था ? उसपर किसी IT/CBI और ED की कार्यवाई क्यों नहीं हुई ? ई है तोहार नोटबंदी ?