पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भाजपा के पांच कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दबोचा है. ये लोग CAA-NRC के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान ट्रेन पर पत्थरबाजी कर रहे थे.
इससे पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि भाजपा बड़ी संख्या में टोपी खरीद रही है और अपने कार्यकर्ताओं को दे रही है. ये लोग हिंसा फैला रहे हैं ताकि एक खास समुदाय को बदनाम किया जा सके.
लोगों को पहले से थी आशंका
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर काफी बवाल मच चुका है जिसमें उन्होंने कहा था कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलाने वालों को उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है.
टेलिग्राफ से बात करते हुए मुर्शीदाबाद के पुलिस अफसर ने कहा है कि राधामदबाटला गांव के लोगों ने छह लोगों को दबोचा है वे ट्रेन पर पत्थरबाजी कर रहे थे. उनलोगों को पुलिस ने डिटेन कर लिया है. इनमें से एक अभिषेक सरकार भी है जो भाजपा का कार्यकर्ता है.
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टेलिग्राफ अखबार ने पुलिस के हवाले से बताया है कि अभिषेक ने को बताया है कि वे लोग लुंगी और टोपी में थे और अपने यूट्यूब चैनल के लिए फिल्म बना रहे थे.
लेकिन उन लोगों से जब उनके चैनल के बारे में पूछा गया तो वे कुछ भी नहीं बता सके.
स्थानीय लोगों का कहना है कि भिषेक भाजपा के कार्यक्रमों में काफी सक्रिय रहता है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि हमने देखा कि अभिषेक और उनके साथियों ने अचानक लुंगी और टोपी पहन ली. और फिर पत्थराव शुरू कर दिया. तो फिर हम लोगों ने उन्हें दोड़ा कर पकड़ा.
स्थानीय भाजपा के कार्यकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि अभिषेक पार्टी का कार्यकर्ता है लेकिन भाजपा के जिलाध्यक्ष गौरीशंकर घोष का दावा है कि अभिषेक उनकी पार्टी से नहीं जुड़ा है.
उधर मुख्मंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही आगाह कर दिया था कि उन्हें इंटेलिजेंस इंनपुट मिला है कि भाजपा के लोग टोपी पहन कर नागिरकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ में घुसेंगे और हिंसा भड़कायेंगे ताकि एक खास समुदाय को बदनाम किया जा सके. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आगाह किया था कि भाजपा की यह कोशिश होगी कि इस प्रदर्शन को हिंदू-मुस्लिम दंगा का रूप दिया जा सके.