वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी का नोटिफिकेशन जारी, कोविंद होंगे अध्यक्ष
वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी का नोटिफिकेशन जारी, कोविंद होंगे अध्यक्ष। कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह भी। कमेटी का कार्यकाल स्पष्ट नहीं।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी के लिए शनिवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया। आठ सदस्यों वाली कमेटी के अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बनाए गए हैं। कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। इनके अलावा कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद, वित्त कमीशन के पूर्व चेयरमैन एनके सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष सी कश्यप, हरीश साल्वे और पूर्व सीवीसी संजय कोठारी के नाम शामिल हैं। कमेटी का कार्यकाल स्पष्ट नहीं है।
नोटिफिकेशन में कमेटी को जल्द अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। वन नेशन वन इलेक्शन पर बनाई गई कमेटी लोकसभा, विधानसभाओं, नगर निकायों और पंचायतों के चुनाव एक साथ कराने की संभावना पर विचार करेगी और अपनी सिफारिश केंद्र सरकार को देगी। कमेटी इस बात का अध्ययन भी करेगी कि क्या संविधान में संशोधन के लिए राज्यों के अनुमोदन की आवश्यकता होगी। कमेटी उन स्थितियों पर भी विचार करेगी कि अगर किसी दल को बहुमत नहीं मिला, अविश्वास प्रस्ताव से सरकार गिर गई तब क्या किया जाएगा।
#OneNationeOneElection मनुवादी षड्यंत्र से छुपी फिलोसॉफी है जो क्षेत्रीय दलों के वजूद को खारिज करती है।वन नेशन वन इलेक्शन आगे चल कर स्थानीय निकायों, असेम्बलीज की जगह सिर्फ लोकसभा का इलेक्शन करने की बात होगी।फिर यह वन नेशन,वन इलेक्शन,वन पार्टी यानी चाइना के सिस्टम तक ले जाना है pic.twitter.com/Z1sMtGdec1
— Irshadul Haque (@IrshadulHaque9) September 2, 2023
इधर देश में एक साथ चुनाव कराने पर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। जिस देश में एक राज्य में सात-सात चरणों में चुनाव होते हैं, 15 दिनों तक पंचायत चुनाव होते हैं, वहां एक दिन में पूरे देश में कैसे चुनाव हो सकेगा। क्या इसके लिए उतना सशस्त्र बल, कर्मचारी हैं, ये सवाल भी उठ रहे हैं।
नौकरशाही डॉट कॉम के संपादक इर्शादुल हक ने कहा कि #OneNationeOneElection मनुवादी षड्यंत्र से छुपी फिलोसॉफी है जो क्षेत्रीय दलों के वजूद को खारिज करती है।वन नेशन वन इलेक्शन आगे चल कर स्थानीय निकायों, असेम्बलीज की जगह सिर्फ लोकसभा का इलेक्शन करने की बात होगी।फिर यह वन नेशन,वन इलेक्शन,वन पार्टी यानी चाइना के सिस्टम तक ले जाना है।
#OneNationeOneElection मनुवादी षड्यंत्र से छुपी फिलोसॉफी है जो क्षेत्रीय दलों के वजूद को खारिज करती है।वन नेशन वन इलेक्शन आगे चल कर स्थानीय निकायों, असेम्बलीज की जगह सिर्फ लोकसभा का इलेक्शन करने की बात होगी।फिर यह वन नेशन,वन इलेक्शन,वन पार्टी यानी चाइना के सिस्टम तक ले जाना है pic.twitter.com/Z1sMtGdec1
— Irshadul Haque (@IrshadulHaque9) September 2, 2023
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन असल में केंद्र सरकार की तरफ से ध्यान भटकाने की कोशिश है। सोशल मीडिया में कई लोग लिख रहे हैं कि वन नेशन वन इलेक्शन तो नहीं होगा, पर वन नेशन वन बिजनेसमैन हो सकता है।