नरेंद्र मोदी के गुरुवार को दोबारा प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में बंगलादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री पी. के. जगन्नाथ तथा नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली समेत विश्व के कई प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि किर्गिस्तान के राष्ट्रपति एस जीन्बेकोव, म्यांमार के राष्ट्रपति यू. विन. मिंट, भूटान के प्रधान मंत्री डॉ. एल. शेरिंग और थाईलैंड के विशेष दूत ग्रिसडा बूनराच ने भी इस विशेष समारोह के दौरान अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।
मंत्रालय ने कहा कि हम इस समारोह के लिए नयी दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों की अगवानी के लिए तत्पर हैं। हम आपको नियत समय में संबंधित घटनाक्रम के बारे में जानकारी देंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 30 मई को अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिम्सटेक सदस्य देशों के नेताओं और राष्ट्र प्रमुखों को आमंत्रित किया है। श्री मोदी गुरूवार को शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ शपथ लेंगे। वह लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिम्सटेक के सदस्य देशों के नेताओं को आमंत्रित किया है। यह ‘पड़ोसी पहले ’ की नीति के अनुरूप है।”
किर्गिस्तान राष्ट्रपति एस जीन्बेकोव शंघाई सहयोग संगठन के वर्तमान अध्यक्ष हैं।
इससे पहले श्री मोदी ने 26 मई, 2014 को शपथ ग्रहण के लिए सभी सार्क देशों और सरकारी प्रमुखों को आमंत्रित किया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ उन मेहमान में से एक थे जो 2014 के श्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद थे।
गौरतलब है कि शपथ ग्रहण में समारोह में शामिल होने के लिए बिहार से भी एनडीए के कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे हुए हैं। उधर आज दिल्ली जदयू की संसदीय दल बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।