गया स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) की पंद्रहवीं पासिंग आउट पैरेड ने राष्ट्र की रक्षा एवं सेवा के लिए आज देश को 84 सैन्य अधिकारी सौंपे। पासिंग आउट परेड में 84 सैन्य अधिकारी प्रशिक्षण पूरी कर आज देश को समर्पित किये गये।
इनमें टीईएस के 66 और एससीओ के 18 कैडेट शामिल हैं, जो सैन्य अधिकारी बनकर पास आउट हुए। इनके अलावा पैरेड में एक वर्ष की बुनियादी ट्रेनिंग ले रहे 62 कैडेट शामिल हुए। पूर्वी कमान के ऑफिसर कमांडिंग चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरावने ने ओटीए की 15वीं पासिंग आउट पैरेड का निरीक्षण करने के बाद अपने संबोधन में कहा, “आपका भविष्य निःस्वार्थ और सेवा भाव से भरा हो। आप जीवन में बुलंदियों को छुएं। कैडेट को अपने जीवन में सैन्य गुण और अनुशासन को आत्मसात करना चाहिए तभी जीवन में सफलता मिलेगी।”
लेफ्टिनेंट जनरल नरावने ने अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जेंटलमैन कैडेट के माता-पिता भाग्यशाली हैं कि उनके बच्चों को देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा।
ट्रेनिंग में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले विंग कैडेट कैप्टन कुलविंदर सिंह को स्वर्ण पदक, विंग कैडेट कैप्टन चंदन कुमार को रजत और विंग कैडेट क्वार्टर मास्टर को कांस्य पदक मिला । इनके अलावा एससीओ के एकेडमी कैडेट एडजुटेंट अनिल कुमार को रजत पदक और प्रशिक्षु कंपनी गुरेज को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर से नवाजा गया. विंग कैडेट क्वार्टर मास्टर नीरज कुमार को कांस्य पदक दिया गया ।
परेड का समापन कैडेट द्वारा अंतिम पग पर कदम रख कर किया गया। मुख्य अतिथि और सम्मानित अधिकारियों की उपस्थिति में शपथ ग्रहण कराया गया। सामान्य कैडेट से आज अधिकारी बने जवानों के कंधे पर उनके अभिभावक के द्वारा रैंक लगाया गया। परेड का समापन कैडेट द्वारा अंतिम पग पर कदम रख कर किया गया। मुख्य अतिथि और सम्मानित अधिकारियों की उपस्थिति में शपथ ग्रहण कराया गया। सामान्य कैडेट से आज अधिकारी बने जवानों के कंधे पर उनके अभिभावक के द्वारा रैंक लगाया गया।