गुजरात व हिमाचल में सरकार बनाने के बाद भाजपा का डायरेक्ट 14 राज्यों में साम्राज्य फैल चुका है. वरिष्ठ पत्रकार अमित कुमार ने भाजपााई सत्ता के सामाजिक स्वरूप का संक्षिप्त जायजा लिया है.
पांच राजपूत सीएम – यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हैं। राजस्थान वाली जन्म से राजपूत हैं, शादी उनकी जाट से हुई है।
दो ब्राह्मण सीएम – महाराष्ट्र एवं गोआ।(ब्राह्मण में भी आरएसएस को महाराष्ट्रीयन पसंद है, उत्तर भारतीय ब्राह्मण भी परिधि पर रहते हैं। केंद्र में नहीं)।
एक खत्री सीएम – हरियाणा ( इन्हें ब्राह्मण और राजपूत दोनों माना जाता है।)
एक उच्च कुल का जैन सीएम – गुजरात!
दो ओबीसी सीएम – मध्य प्रदेश और झारखंड ( दोनों सिर्फ नाम के ओबीसी, मिज़ाज से सामाजिक न्याय विरोधी। इसमें भी एमपी में बीजेपी की वापसी असंभव-सा हो गया है। अगर वापसी हुई तो इस बार राजपूत बिरादरी के नरेंद्र सिंह तोमर का नाम तय माना जा रहा है।)।
तीन जनजातीय सीएम -असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश( वह भी सांकेतिक, नाम के लिए आदिवासी)।
एक राजपूत डिप्टी सीएम – जम्मू कश्मीर।
एक मारवाड़ी वैश्य डिप्टी सीएम – बिहार।
एक ब्राह्मण डिप्टी सीएम – उत्तर प्रदेश।
एक ओबीसी डिप्टी सीएम – उत्तर प्रदेश।
एक अगड़ा पटेल डिप्टी सीएम – गुजरात।