लालू भ्रष्ट और मोदी ईमानदार, इस नैरेटिव को कर दिया तार-तार
राजद ने गुरुवार को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालू प्रसाद में की तुलना। तर्क के साथ बताया मोदी से बेहतर हैं लालू। भाजपा बोले तो क्या बोले…।
कुमार अनिल
राजद ने गुरुवार को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्र के प्रति विश्वसनीयता पर सवाल दाग दिया। सीधे प्रधानमंत्री मोदी को कटघरे में खड़ा कर दिया। वह भी पूरे तर्क के साथ। इसके साथ ही भाजपा के उस प्रचार पर भी हमला बोला, जिसमें वे लालू प्रसाद को भ्रष्ट बताते हैं।
राजद ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें ऊपर लालू प्रसाद का चित्र है और नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। ऊपर लालू प्रसाद के चित्र के बगल में लिखा कि अगर लालू प्रसाद भ्रष्ट होते, तो रेलवे मुनाफे में नहीं होती। और नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र के बगल में लिखा कि… और अगर मोदी ईमानदार होते, तो रेलवे नीलाम नहीं होता।
राजद ने भाजपा पर दोधारी राजनीतिक तलवार से हमला किया है। लालू प्रसाद पर भ्रष्टाचार का आरोप लगानेवालों खास कर भाजपा को इंगित करते हुए सवाल दागा गया है कि लालू प्रसाद भ्रष्ट थे, तो रेलवे मुनाफे में कैसे चल रही थी और मोदी ईमानदार हैं, तो रेलवे की नीलामी की नौबत क्यों आ गई। अब इस सवाल का जवाब देना आसान नहीं है। राजद समर्थक भाजपा को चुनोती दे रहे हैं कि वे जवाब दें।
राजद ने इस पोस्टर के जरिये साफ कर दिया कि लालू प्रसाद की छवि खराब की गई है और वे अब साजिश को बेनकाब करेंगे। साथ ही सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर राजनीतिक हमला करके जता दिया कि वह भाजपा के केंद्र पर हमला करेगा।
इससे पहले राहुल गांधी ने भी कहा था कि उनकी छवि खराब करने के लिए दसियों हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए। छवि खराब करने की मशीन है, जिसके पास बहुत धन है। संसाधन है। लेकिन वे अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। आज राजद ने भी भाजपा की उस छवि खराब करनेवाली मशीन के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। जल्द ही लालू प्रसाद के खिलाफ बनाए गए नैरेटिव को तोड़ने के लिए राजद और भी नए पोस्टर जारी कर सकता है।
राजद के इस नए पोस्टर ने राजनीतिक विश्लेषकों को नया टॉपिक दे दिया है। लगता है देश की हवा बदल रही है। इसमें बिहार का भी बड़ा योगदान है। ईडी-सीबीआई के युग में भी कोई भाजपा के खिलाफ जाने का साहस कर सकता है, यह बिहार ने कर दिखाया है।
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