भारत के सभी वाम दलों ने 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन के साथ अपनी एकजुटता प्रकट करने का निर्णय लिया है। सीपीएम, सीपीआई, माले, फारवर्ड ब्लॉक और आरएसपी ने देश भर में फिलिस्तीन पर इजरायली हमले के खिलाफ सड़क पर उतरने की अपील की है। याद रहे 7 अक्टूबर को गजा पर इजरायली हमले की शुरुआत का एक वर्ष पूरा होने जा रहा है। वाम दलों के कार्यक्रम का ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने समर्थन किया है। गुरुवार को फ्रंट की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसकी जानकारी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसआर दारापुरी ने दी।
फ्रंट द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि फिलिस्तीन में इजरायल द्वारा जारी नरसंहार को तत्काल रोकने, संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार युद्ध विराम करने और इजरायल द्वारा कब्जा की गई जमीन को वापस करने, भारत सरकार द्वारा फिलिस्तीन नीति में किए गए बदलाव को रद्द करने और इजरायल को हथियारों की मदद रोकने के सवालों पर 7 अक्टूबर को वामपंथी दलों द्वारा फिलिस्तीन अधिकारों के साथ एकजुटता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा का आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने समर्थन किया है।
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आइपीएफ के कार्यकर्ता इस आयोजन में शामिल होंगे। आइपीएफ ने देश के सभी प्रगतिशील लोगों और शक्तियों से अपील की है कि वह 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन अधिकार दिवस के रूप में मनाएं। इजरायली नरसंहार के प्रति अपना विरोध व्यक्त करें और फिलिस्तीनियों के स्वतंत्र राष्ट्र के अधिकार के प्रति अपने समर्थन का इजहार करें। इस आशय का निर्णय आज ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट की राष्ट्रीय कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक में लिया गया। यह जानकारी प्रेस को आइपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस आर दारापुरी ने जारी बयान में दी।