पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. बैंक ने फर्जी ट्रांजेक्शन की बात स्वीकार भी कर ली है. इस बीच इस खबर के बाद शेयर बाजार में हाहाकार मच गया है जिससे इंवेस्टर के भी 3 हजार करोड़ रुपये डूब गये हैं.
यह फर्जी ट्रांजेक्शन पीएनबी के मुम्बई ब्रांच में सामने आया है.
इस फर्जीवाड़े का असर कुछ दूसरे बैंकों पर भी देखने को मिल सकता है। पीएनबी ने हालांकि इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी शख्स का नाम नहीं लिया है, लेकिन कहा है कि उसने इसके बारे में जांच एजेंसियों को जानकारी दे दी है। बैंक ने बताया कि वह बाद में इस बात का आकलन करेगा कि क्या इन ट्रांजैक्शन से उसकी कोई देनदारी तो नहीं बनती है। इस जानकारी के बाद पीएनबी का शेयर 8 फीसदी से ज्यादा गिर गया।
गौरतलब है कि पीएनबी पहले से ही इस तरह के फर्जीवाड़े की जांच कर रहा है। पिछले सप्ताह सीबीआई ने कहा था कि उसने पीएनबी की शिकायत पर अरबपति जूलर नीरव मोदी के खिलाफ जांच शुरू की है। दरअसल, पीएनबी ने जूलर और कुछ अन्य पर 4.4 करोड़ डॉलर के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस बीच मनी कंट्रोल ने आकलन किया है कि यह फर्जीवाड़ा बैंक की कुल परिसम्पत्ति का 36 हजार करोड़ का एक तिहाई के करीब है. बॉम्बे स्टोक एक्सचेंज को दी गयी जानकारी में बैंक प्रबंधन ने बताया है कि बैंक ने मुम्बई के ब्रांच में फर्जी ट्रांजेक्शन का पता लगाया है. ये फर्जी ट्रंजेक्शन कुछ खास अकाउंट होल्डर्स को लाभ पहुंचाने के लिए किये गये हैं.
गौरतलब है कि बैंक पहले से ही कुठ फर्जीवाड़े की जांच कर रहा है.