कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने NEET पेपरलीक मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा नाम लिये बिना आरएसएस को घेरा है। कहा कि मध्य प्रदेश तथा गुजरात पेपरलीक, परीक्षाओं में धांधली का केंद्र है। एक संगठन के लोगों को चुन-चुन कर वाइसचांसलर बनाया जा रहा है। उनका इशारा आरएसएस की तरफ था। कहा जाता है कि प्रधानमंत्री ने दो देशों में जारी युद्ध रोकवा दी, लेकिन वे पेपरलीक नहीं रोक पा रहे। नीट पेपरलीक के खिलाफ कांग्रेस 24 जून को कांग्रेस राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद करेगी।
दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी ने गुरुवार को विशेष प्रेस वार्ता में कहा किपूरा देश जनता है कि पेपर लीक का एपिसेंटर पहले मध्य प्रदेश था, जहां 40-50 लोगों की हत्या हुई थी। BJP कहती है कि मध्य प्रदेश और गुजरात हमारी प्रयोगशाला है। पेपर लीक भी वहीं से शुरू हुआ है और अब पूरे देश में फैल रहा है। जब तक हिंदुस्तान के संस्थानों को BJP के हाथों से छीनकर ईमानदार और निष्पक्ष लोगों को नहीं दिया जाएगा, पेपर लीक होते रहेंगे।
अगर मेरिट के आधार पर नौकरी नहीं दी जाएगी, असमर्थ लोगों को VC बनाया जाएगा और परीक्षा के ढांचे में अपनी विचारधारा के लोगों को डालेंगे तो पेपर लीक होगा। पेपर लीक का कारण है कि BJP के पैरेंट ऑर्गेनाइजेशन ने पूरे सिस्टम को कैप्चर कर रखा है। नतीजा- जो संस्थान पहले निष्पक्ष हुआ करते थे, आज एक विचारधारा के साथ चलने लगे हैं। इन संस्थानों में असमर्थ लोगों के बैठा दिया गया है।
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नरेंद्र मोदी का कॉन्सेप्ट था- हजारों करोड़ रुपए की मार्केटिंग और डर। एजेंसी का डर, मीडिया का डर, सरकार का डर। उनके काम करने का तरीका लोगों को डराने-धमकाने का है, लेकिन अब उनसे कोई नहीं डरता। आपने देखा होगा बनारस में किसी ने उन्हें चप्पल मार दी थी। नरेंद्र मोदी की 56 इंच की छाती अब 30-32 इंच की हो गई है।