महागठबंधन के सुलूक से कुंठित पप्पू ने किया मधेपुरा से नामांकन
महागठबंधन से बात नहीं बन पाने के बाद पप्पू यादव ने मधेपुरा से नामांकन भर दिया.पप्पू ने नामांकन भरने के बाद महागठबंधन पर अपनी कुंठा निकालते हुए कहा कि जनता को तय करना है कि मधेपुरा के बेटे का स्वाभिमान जीतेगा या, पटना-दिल्ली के परजीवी के अहंकार की जीत होगी.
गौरतलब है कि पप्पू यादव की महागटबंधन में शामिल होने की कोशिश नाकाम हो गयी. वह चाहते थे कि मधेपुरा से महागठबंधन उनका समर्थन करे.
वैसे पप्पू यादव राजद के टिकट पर ही मधेपुरा से चुनाव जीते थे. लेकिन उन्होंने राजद से अलग हो कर अपने संरक्षण में पार्टी बना ली थी. इस तरह वह तकनीती तौर पर राजद के ही सांसद थे.
लेकिन पिछले दो तीन सालों में पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव पर लगातार हमला किया जिसके कारण राजद से उनके संबंध बिगड़ते चले गये और अब राजद ने उन्हें समर्थन देने से इनकार कर दिया तो उन्होंने अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया.
समझा जा रहा है कि मधेपुरा से राजद शरद यादव को लड़ाना चाह रहा है.
नामांकन के बाद पप्पू यादव ने कहा कि मधेपुरा के मान-सम्मान, स्वाभिमान के लिए देश के महान संविधान के लिए गरीबों, आम लोगों की सेवा के लिए नामांकन करने आ गया हूं। जनता मालिक है, जो निर्णय करे शिरोधार्य!
उन्होंने ट्विट करते हुए लिखा है कि व्यवस्था के समक्ष नामांकन कर दिया हूं, जनता मालिक की अदालत में न्याय मांगने,सेवा के लिए आशीर्वाद मांगने जा रहा हूं। अब वह तय करें कि मधेपुरा के बेटे का स्वाभिमान जीतेगा या, पटना-दिल्ली के परजीवी के अहंकार की जीत होगी या हार.