कांग्रेस के करीबी और पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का बचाव किया है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को निशाने पर लिया। कहा कि चुनाव आयोग खुद ही संदिग्ध आयोग बन गया है।
तेजस्वी यादव के दो इपिक नंबर का मामला सामने आने पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस दिया है। कहा कि है कि इस मामले की वह गहन जांच करेगा। इसके बाद पूर्णिया के सांसद पप्पु यादव ने मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव का बचाव किया। कहा कि खुद चुनाव आयोग जिस तरह काम कर रहा है, वह संदिग्ध बन गया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और विपक्ष के अन्य नेताओं ने जो सवाल उठाए हैं, आयोग उनका जवाब नहीं दे रहा है। चुनाव आयोग पूरी तरह भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है।
उधर कांग्रेस ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता करके बताया कि जो जिंदा हैं, उन्हें मृत बता कर चुनाव आयोग मतदाता सूची से बाहर कर रहा है, वहीं ऐसे मामले भी सामने आएं हें, जिनमें जो मृत हो चुके हैं, उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज किया गया है। बेगूसराय का एक उदाहरण देते हुए कांग्रेस नेता प्रणव झा ने कहा कि एक व्यक्ति की मृत्यू हो गई, जिनके श्राद्ध में केंद्रीय मंत्री शामिल हुए, उस मृत व्यक्ति का नाम भी मतदाता सूची में दर्ज है। वहीं जिंदा लोगों के नाम काटे जा रहे हैं।
सीपीआई एमएल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि गोपालगंज में 10 जिंदा लोगों को मृत बता कर उनके नाम काट दिए गए। शिकायत करने के बाद उनमें से आठ के नाम दज्र कर लिए गए। राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि मृत लोगों के नाम मतदाता सूची हैं। इसके कई उदाहरण मिले हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखा जाएगा।