उत्तर प्रदेश के उन्नाव पीडि़ता के साथ हुए दुष्कर्म, उनके परिजनों की हत्या और भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को फांसी की सजा की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी (लो) ने पटना के कारगिल चौक पर शांतिपूर्ण तरीके से आक्रोश जाहिर करते हुए जन अधिकार महिला परिषद की प्रदेश अध्यक्ष आभा राय के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला।
इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव भी शामिल हुए, जिन्होंने पत्रकारों से बातचीत में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और उन देश में सर्वधर्म समभाव की संस्कृति पर वैमनष्यता का दाग लगाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने पटना में बलात्कार जैसे मामलों में स्पेशल कोर्ट बना कर एक महीने में दोषियों को सजा दिलाने की मांग की।
पप्पू यादव ने कहा कि उन्नाव बलात्कार व पीड़िता के पूरे परिवार को प्रताड़ित करने के मामला सत्ता के सरंक्षण के बिना सम्भव नहीं है। बलात्कार की पीड़िता की हत्या का प्रयास इस तथाकथित दुर्घटना से देश-प्रदेश की हर एक माँ, बहू, बेटी, बहन गहरे आघात में है। महिलाओं में इस घटना को लेकर जो रोष-आक्रोश है वो दोहरे चरित्रवाली सत्ता को बहुत मंहगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस केस में चल रही CBI जाँच कहाँ तक पहुँची? भाजपा के आरोपी विधायक की विधानसभा की सदस्यता अभी तक क्यों रद्द नहीं हुई? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों? इन सवालों के जवाब बिना क्या भाजपा सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?
उन्होंने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कार्रवाई में देरी को लेकर भी सवाल खड़े किये और कहा कि दागी और अपराधियों को संरक्षण देना भाजपा की परंपरा बन चुकी है। तभी तो आज तक साध्वी प्रज्ञा, कैलाश विजयवर्गीय के बेटे जैसे लोगों पर अब तक कठोर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता क्यों नहीं दिखाया गया। पूर्व सांसद ने कहा कि देश के 90 प्रतिशत रसूखदार नेता बेटियों की अस्मिता से खिलवाड़ करते हैं। चाहे वो मामला यूपी का हो या बिहार का। हर जगह शासन प्रशासन के साये में बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ हो रहा है। इसलिए हम मांग करते हैं कि उन्नाव मामले में भाजपा के दोषी विधायक को फांसी की सजा मिले और पटना में बलात्कार जैसे मामलों के लिए स्पेशल कोर्ट की स्थापना हो, जहां एक महीने में दोषियों के उपर कार्रवाई जाये।