जन अधिकार पार्टी ( JAP ) द्वारा आज दो संसदीय बोर्ड का गठन किया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने इसकी घोषणा की.
पार्टी द्वारा दो संसदीय बोर्ड बनाये गए है, केंद्रीय संसदीय बोर्ड और राज्य संसदीय बोर्ड। पूर्व विधायक अजय कुमार बुलगानीन को केंद्रीय बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वही पटना विश्वविद्यालय के रसायनशास्त्र विभाग के प्रोफेसर अभय कुमार की अध्यक्षता में राज्य संसदीय बोर्ड का गठन किया गया है.
कीचड़ फैलाकर कमल खिला रहे नीतीश- Pappu Yadav
इसमें एज़ाज अहमद सचिव, राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव और अखलाक यादव पदेन सदस्य है. अन्य सदस्यों में रामचन्द्र यादव, प्रेमचंद सिंह, ललित शर्मा, अकबर अली परवेज , दानिस खान, विनोद सिंह निषाद, राजेन्द्र राम, हरे राम, विकास तहेडीया ,उत्तम कुमार सिंह शामिल हैं.
राज्य स्तरीय संसदीय बोर्ड में अवधेश कुमार लालू को सचिव बनाया गया है. जबकि रघुपति सिंह, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, उमैर खान पदेन सदस्य है. अन्य सदस्यों में प्रोफेसर अली मोहम्मद, मुक्तेश्वर सिंह, अकबर अली, गोपाल प्रसाद यादव, जी.एन. झा, कमलेश तिवारी, गुलफिशां जबी और अनिल कुमार शामिल हैं.
पप्पू यादव ने बाल्मीकि नगर उपचुनाव लड़ने की घोषणा की और कहा कि 15 से 20 सितम्बर के बीच जाप अपने मुख्यमंत्री के उम्मीदवार की घोषणा करेगी. मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा या दलित वर्ग से होंगे और उपमुख्यमंत्री अल्पसंख्यक वर्ग से होंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि एक 5 सदस्यीय समितियां सामान्य विचारधारा वाले पार्टियों से गठबंधन के संबंध में बात करेगी.
पप्पू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात करते हैं लेकिन जनता के दिल की बात नहीं सुनते. जब कोरोना वायरस के मामले 50 से भी कम थे तब पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया. जब मामले 36 लाख से अधिक और औसत मृत्यु दर 850 से अधिक हो चुकी है तो सब कुछ क्यों खोला जा रहा है? दुनिया में सबसे अधिक मामले भारत में आ रहे है. फिर भी कोरोना पर कोई चर्चा नहीं हो रही है.
Pappu Yadv की सियासत की समस्या क्या है?