परिषद चुनाव : राजद से किसी यादव को टिकट नहीं, साधा A to Z
राजद ने विधान परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशियों का एलान कर दिया। खास बात कि किसी यादव को टिकट नहीं दिया। A to Z समीकरण साधने की कोशिश।
आज राजद ने बिहार विधान परिषद के होनेवाले चुनाव के लिए प्रत्याशियों का एलान कर दिया। इस मामले में उसने अन्य सभी दलों से तेजी दिखाई। सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करने का यह भी अर्थ है कि पार्टी में कितनी एकता है, यह जाहिर करना।
राजद ने तीन प्रत्याशियों के नाम का आज एलान कर दिया है। ये तीन नाम है कारी शोहैब, मुन्नी रजक और अशोक कुमार पांडेय। कारी शोहैब युवा तो हैं ही, वह युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। पार्टी उन्हें समय-समय पर विशेष जिम्मेदारी देकर जिलों में भी भेजती रहती है। उनकी छवि गतिशील नेता की है। अशोक कुमार पांडेय दिनारा के रहने वाले हैं और जमीन से जुड़े कार्यकर्ता हैं। पार्टी में लंबे समय से हैं।
मुन्नी रजक राजद की फाइटर नेता रही हैं। लालू प्रसाद के समय से उनकी छवि पार्टी के लिए संघर्ष करनेवाली रही है। लालू प्रसाद ने कई मंचों पर उन्हें बोलने के लिए आमंत्रित किया। वे बहुत ही गरीब घर से ताल्लुक रखती हैं। जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हैं। इस तरह राजद ने तीनों प्रत्याशी जनता के बीच काम करनेवाले कार्यकर्ताओं में से चुनकर बनाया है। नामों का एलान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने की। मौके पर पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गनन और शक्ति सिंह यादव भी उपस्थित थे।
राजद ने बदलते तेवर का भी संदेश दिया है। पार्टी ने किसी यादव को परिषद के लिए प्रत्याशी नहीं बनाया है। तीन प्रत्याशियों में एक मुस्लिम, एक दलित और वह भी महिला तथा तीसरे सवर्ण को टिकट देकर यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि पार्टी ए टू जेड की पार्टी है। यह तेजस्वी यादव का नारा और विजन है कि पार्टी को ए टू जेड की पार्टी बनाया जाए।
बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए 20 जून को चुनाव है। दो जून से नामांकन शुरू होगा।
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