बिहार चुनाव में किसका गाना होगा लोकप्रिय ?
शाहबाज़ की विशेष रिपोर्ट
बिहार चुनाव में प्रचार तंत्र का हमेशा असर रहा है. पिछले बिहार चुनाव में ‘बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है’ गानाकाफी लोकप्रिय हुआ था. इस बार जदयू का “परखा है जिसको चुनेंगे उसी को” और राजद की “इस बार तेजस्वी तय है” के बीच है सीधा मुकाबला है. अब देखना यह है कि किसका गाना वोटरों का दिल जीत पायेगा।
जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल दोनों पार्टियों ने वीडियो कैंपेन सांग जारी किया है। इस बार दोनों पार्टियों के गानों के स्टाइल को देखें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए और बचाव की मुद्रा में नज़र आते हैं तो तेजस्वी स्पष्ट और आक्रामक। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा “इस बार तेजस्वी तय है” का जवाब जदयू ने नीतीश कुमार के द्वारा किये गए काम और अनुभव के ज़रिये देने की कोशिश की है.
बिहार के दोनों प्रमुख दलों के चुनावी गानों में नेता (नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव) की अलग अलग इमेज को दिखाया गया है. अब देखना यह है कि बिहार की जनता को किसकी इमेज ज़्यादा पसंद आती है.
दस लाख नौकरियां,शिक्षकों को वेतमान समेत 25 संक्लप जारी
राष्ट्रीय जनता दल ने “इस बार तेजस्वी तय है” शीर्षक वाला गाना भी लांच कर चुकी है. यह गाना बिहार में हर जगह लोकप्रिय हो गया है. इस गाने में बिहार में तेजस्वी सरकार और महागठबंधन की जीत तय बताई जा रही है. नेता प्रतिपक्ष तेस्जवी यादव को बिहार की जलती मशाल बताया गया है. उन्हें गरीबों का ख्याल रखने वाला और मज़दूरों की ढाल भी बताया कर इस बार तेजस्वी सरकार बनने की घोषणा की गयी है.
जदयू के “परखा है जिसको चुनेंगे उसी को” में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया जा रहा है. वीडियो में छात्राएं साइकिल चलती हुई दिखती हैं, अच्छी सड़कें और पक्के घरों के द्वारा विकास को दिखाया गया है. गाने में रैप का इस्तेमाल हुआ है और इसकी मदद से लालू राज और नीतीश राज के बीच लकीर खींचने की कोशिश की गयी है. चुनाव से पहले जहाँ कहा जा रहा था कि नीतीश द्वारा किये गए काम जनता अच्छी तरह जानती हैं लेकिन अब उसे गाने के ज़रिये बताया जा रहा है.
नफरत की राजनीति को बिहार ने नाकारा, बीजेपी की रैली में खाली कुर्सियां तेजस्वी में जनसैलाब
बिहार चुनाव 2015 में चुनावी गानों ने चुनाव प्रचार में अहम् भूमिका निभाई थी. चुनावी सभाओं, गली चौराहों में “बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है” गाना काफी हिट हुआ था. इस गाने में बिहार को नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की तरक्की से जनता को अवगत कराया गया था.
बिहार चुनाव 2020 के महासंग्राम में भी गानों की चर्चा हो रही है. सीधा मुकाबला “इस बार तेजस्वी तय है” और “परखा है जिसको चुनेंगे उसी को” के बीच है. दोनों दलों के समर्थक गानों द्वारा अपने पसंद के मुख्यमंत्री उम्मीदवार की परिभाषा दे रहे हैं.
चुनाव प्रचार में भोजपुरी गानों के ज़रिये भी सत्तारूढ़ और विपक्षी दल एक दुसरे को मात देने की कोशिश कर रहे हैं. विपक्ष के ‘बिहार में का बा’, सवाल का जवाब भारतीय जनता पार्टी भोजपुरी में ही ‘बिहार में ई बा’ से दिया गया. विपक्ष ने बिहार में भाजपा-जदयू की सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की गयी तो भाजपा ने एनडीए सरकार की उपलब्धियों गिनवाकर इसका जवाब दिया।
‘बिहार में का बा’ गाने को गायिका नेहा सिंह राठौर ने गया है. जो बहुत लोकप्रिय हुआ था.