दरभंगा के हायाघाट से सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड के विधायक अमरनाथ गामी ने नीतीश सरकार पर चेहरा चमकाने के लिए शराब के बाद गुटखा पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाते हुये आज कहा कि यदि इसका विरोध नहीं किया गया तो व्यापारी और दुकानदारों को स्टेशन पर भीख मांगनी पड़ेगी।
श्री गामी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल अपना चेहरा चमकाने के लिए शराब के बाद अब राज्य में गुटखा और पान मसाले की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगाया है। उन्होंने राज्य सरकार को नसीहत देते हुये कहा कि पहले केंद्र सरकार से बात कर प्रतिबंधित चीजों के उत्पादन को बंद किया जाना चाहिए तभी कोई भी बंदी सफल होगी अन्यथा शराबबंदी की तरह ही गुटखाबंदी का भी हाल होगा।
विधायक ने नीतीश सरकार को चुनौती देते हुये कहा, “दम है तो सरकार खैनी पर प्रतिबंध लगाकर दिखाये। यदि सरकार ने हिम्मत दिखाई तो सत्ता परिवर्तन हो जाएगा। बिहार में 80 प्रतिशत लोग खैनी का इस्तेमाल करते हैं और यह स्वास्थ्य के लिए गुटखा और पान मसाले से अधिक हानिकारक है।” उन्होंने कहा कि सरकार को गुटखा और पान मसाले के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए पहले रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। यदि सरकार रोजगार नहीं दे सकती तो उसे रोजगार छीनने का भी अधिकार नहीं है।
श्री गामी ने कहा कि शराबबंदी और प्लास्टिक की थैली पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद बाद भी राज्य में शराब की बिक्री और प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल बदस्तूर जारी है। उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुये कहा कि चोर, बेईमान और बदमाश को पकड़ने में पुलिस विफल साबित हो रही है तो शराब, शराबी और गुटखा बेचने वाले को पुलिस कैसे पकड़ेगी । उन्होंने आह्वान किया कि गुटखाबंदी के खिलाफ आवाज बुलंद करें नहीं तो व्यापारी और दुकानदार रेलवे स्टेशन पर कटोरा लेकर भीख मांगेंगे।