पुलिस कानून वापस लो वर्ना जनता सदन के खिलाफ खड़ी हो जायेगी
2020 असेंबली इलेक्शन के बाद आई नीतीश कुमार की क्यादत्त वाली हुकूमत लगातार बिहार में जम्हूरियत मोखालीफ पॉलिसिया लाकर जम्हूरी हकूक का जनाजा निकाल रही है.
इन बातों का इजहार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ( PFI) बिहार के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद सनाउल्लाह ( Md. Sanaullah) ने एक प्रेस रिलीज में किया उन्होंने कहा.
सनाउल्लाह ने कहा कि स्पेशल फोर्स को मुकम्मल छूट दी गई है कि वह अपने शक के बुनियाद पर बगैर मजिस्ट्रेट के इजाजत के किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है और कहीं भी छापा मार सकती है उससे मुकम्मल तौर पर अनारकी फैलने का रास्ता खुलेगा.
‘नीतीश के गुंडों ने विधायिका के ब्लाउज में हाथ डाले’
आवाम को पुलिस के हाथों अत्याचार का शिकार होने और ब्लैकमेल होने का नया रास्ता खुलेगा तो वहीं लोकतांत्रिक मूल्यों की हनन आम हो जाएगा मोहम्मद सनाउल्लाह ने आगे कहा कि इससे पहले भी सोशल मीडिया पर अफसरों और मंत्रियों पर टीप्पणी का निशाना बनाने पर कार्रवाई और धरनों में शामिल होने पर किसी भी तरह का हिंसा हुआ तो सरकारी नौकरी से हाथ धो लेने से मुतालिक तानाशाही अंदाज का फैसला बिहार सरकार ने दिया है जो कि एक लोकतांत्रिक देश में बिल्कुल भी बर्दाश्त करने के काबिल नहीं हो सकता उन्होंने मांग किया कि बिहार सरकार फौरन काले कानून को वापस ले और लोकतांत्रिक अधिकारों के सुरक्षा को यकीनी बनाएं.
सारे लोकतांत्रिक संगठन ऐसे लोकतंत्र विरोधी फैसलों के खिलाफ मैदान में आ जाए उत्तर प्रदेशमोहम्मद सनाउल्लाह राजधानी में रैली के दौरान राजद कार्यकर्ताओं पर और विधानसभा सदन में विपक्ष के नेताओ पर पुलिसिया बर्बरता की भी निंदा किया और बिहार सरकार से कहा कि संवैधानिक अधिकारों को कुचलने वाली हरकतों से बाज आ जाए नहीं तो संसद के खिलाफ जनता खूद मैदान में आ जाएगी