फिर सिस्टम हुआ फेल, 18+ के टीकाकरण की साइट क्रैश
एक बार फिर सिस्टम बुरी तरह फेल हो गया। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकारण के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होते ही साइट क्रैश हो गई। लाखों युवा परेशान रहे।
भले ही विदेशी मीडिया भारत में कोरोना की दूसरी लहर में विकराल स्थिति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मान रहा है, पर देश का मीडिया प्रधानमंत्री के बजाय सिस्टम को जिम्मेदार मान रहा है। आज वही सिस्टम एक बार फिर फेल हो गया। राहुल गांधी कई बार आगाह कर रहे थे कि सरकार 18 वर्ष से अधिक के लोगों के टीकाकरण का पूरा ब्लू प्रिंट जनता के सामने लाए। उन्होंने आशंका जताई थी कि इसका परिणाम भी नोटबंदी की तरह ही न हो।
और हुआ, वही जिसका डर था। चार बजे जैसे ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन का साइट खुली, यह क्रैश कर गई। देशभर के युवा एक दूसरे को फोन लगा कर पूछते रहे कि क्या हो रहा है, पर कहीं से संतोषजनक जवाब देनेवाला कोई नहीं था। यह स्थिति तब है, जब बड़ी संख्या में युवकों ने इसी आशंका से साइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए ट्राई ही नहीं किया।
साइट क्रैश होते ही #cowinregistration सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। यहां देश के युवा सत्ता से सवाल कर रहे हैं, पर कोई जवाब देनावा नहीं है।
बुजुर्ग के त्याग की आड़ में अपनी नाकामी छिपा गए मुख्यमंत्री
कांग्रेस के श्रीवत्सा ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि साइट क्यों क्रैश किया, जिससे लाखों लोग रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए, बल्कि हमें यह पूछना चाहिए कि सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का ही विकल्प क्यों दिया गया। क्या गरीब और मजदूर वर्ग के लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में सक्षम हैं?
सावन मुखिदा ने ट्विट किया- मैंने रजिस्ट्रेशन तो कर दिया, पर मेरे इलाके के सारे सेंटर 45 वर्ष से अधिक के लोंगे के लिए रिजर्व हैं। अब क्या करें?
बेंगलुरु के अनंत शर्मा ने ट्विट किया- यही आशंका थी। जब सीबीएसई का रिजल्ट आता है, तो यही होता है। मैं अपने दूसरे डोज के लिए प्रयास कर रहा था, मैंने लॉग इन भी किया , पर किसी अस्पताल में वैक्सीन नहीं थी। पता नहीं, हो क्या रहा है?
ऑक्सीजन की तलाश में अयोध्या से बंगाल पहुंचा दंपती
प्रशांत बाल ने ट्विट किया, कई बार ट्राई करने पर साइट पर पहुंचा, लेकिन जवाब आया आप 45 वर्ष से कम के हैं इसलिए रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। बाल ने कहा, बिना तैयारी के ही पोर्टल लॉन्च कर दिया गया।
उत्कर्ष ने ट्विट किया-उनके पिता की शिकायत रही है कि हमेशा मोबाइल में लगा रहता है। आज सोचा था कि पहले रजिस्ट्रेशन करके पिता के चेहरे पर मुस्कान ला दूंगा, पर असफल रहा।
कृष्णा ने कहा, जो सरकार रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकती, वह वैक्सीन सबको कैसे देगी?