फोटो देख बताइए यह लहर है या आंधी, अखिलेश ने बदला गियर
यह कहना मुश्किल है कि अखिलेश यादव की सबसे बड़ी रैली कौन थी, पर फतेहपुर की रैली नहीं, रैला लग रही है। यहां उन्होंने बिल्कुल गियर बदल दिया।
कुमार अनिल
अखिलेश यादव की रैली रोज नया रिकार्ड बना रही है। आज फतेहपुर में उनकी रैली लगता है, पहले की किसी भी रैली से बड़ी रही। चारों तरफ जन सैलाब और बीच में मंच। फोटो देखकर बताइए, इसे लहर कहें या आंधी। ऐसी भीड़ यूपी चुनाव में किसी दूसरे दल की सभा में नहीं हुई।
यहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गियर बदल दिया। अबतक पश्चिमी यूपी की सभाओं में उनका जोर किसान आंदोलन से सामने आए सवालों पर था। फतेहपुर यूपी के मध्य इलाके में है, जहां चौथे चरण में चुनाव है। अब यहां की सामाजिक स्थिति पश्चिम यूपी से भिन्न है, जहां जाट और मुस्लिम मतदाता अधिक थे। फतेहपुर और चौथे चरण के क्षेत्रों में पिछड़ों की आबादी अधिक है। इसीलिए अखिलेश यादव ने फतेहपुर की सभा में गियर बिल्कुल बदल दिया। यहां उन्होंने आरक्षण पर बात की, वह भी नए अंदाज में।
अखिलेश यादव ने फतेहपुर में आरक्षण के मुद्दे को पुराने अंदाज में नहीं, बल्कि नई परिस्थिति से जोड़ कर उठाया। उन्होंने मोदी सरकार की रेल, एयरपोर्ट सहित सबकुछ बेचने की नीति को ध्यान में रखकर आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबकुछ निजी हाथों में सौंप रही है, तो भला बताइए आरक्षण कैसे बचेगा?
अखिलेश यादव ने कहा-BJP की साजिश है कि आरक्षण खत्म कर दो और सब चीजें प्राइवेट कर दो। हवाई अड्डे बेच रही है सरकार, हवाई जहाज भी भेज दिए, ट्रेनें चल रही हैं, वह भी बेचने की तैयारी है। पानी के जहाज बेचे जा रहे, बंदरगाह बेचे जा रहे। जब सब बिक जायेगा तो नौकरी रोजगार कैसे मिलेगा? उन्होंने यहां भी आउटसोर्सिंग खत्म करके स्थायी रोजगार देने का वादा किया। उनका पूरा जोर रोजगार पर था। उधर, भाजपा नेता अब भी हिंदू-मुस्लिम करने में ही लगे हैं, जबकि यह साबित हो चुका है कि धार्मिक स्तर पर ध्रुवीकरण की कोशिश नाकाम रही है।
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