केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने छोटे उद्योगों को देश का भविष्य करार देते हुए बुधवार को कहा कि उद्योग जगत को ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों के ब्रांड मूल्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
श्री गोयल ने रसायन एवं संबद्ध उत्पाद निर्यात संवर्धन परिषद (केपेक्सिल) के निर्यात पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का भविष्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों में निहित है। उन्होंने छोटे उद्योगों से बंदरगाहों के निकट क्षेत्रों का विकास करने, बड़े पैमाने पर भूमि की उपलब्धता, साझा उत्सर्जन शोधन संयंत्रों और साझा परीक्षण सुविधाओं पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की देखभाल एवं इसमें निवेश उद्योग जगत एवं नागरिकों के साथ-साथ सभी के लिए लाभप्रद है क्योंकि इससे अनुकूल निवेश माहौल सुनिश्चित करने और विश्व भर में भारतीय उत्पादों को स्वीकार्य बनाने में मदद मिलती है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप चन्द्र सारंगी भी पुरस्कार समारोह में उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री ने दुनिया के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहभागिता करने और उन मुक्त व्यापार समझौतों के सभी अवसरों से लाभ उठाने का अनुरोध किया जिन पर भारत ने अन्य देशों के साथ हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय हितों, अपने कारोबारी हितों और इन सबसे ऊपर उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने का भी अनुरोध किया।