सेराज अनवर की कलम से
बिहार में राजनीति तेज़ी से करवट ले रही है. एक दशक बाद पटना में मुसलमानों की इतनी ख़ास और बड़ी कॉन्फ़्रेन्स हुई. बापू सभागार खचाखच भरा था. दस हज़ार के क़रीब मुस्लिम एक्टिविस्ट पूरे राज्य से इस सम्मेलन में शामिल होने आये. जस्टिस से लेकर सोशल एक्टिविस्ट, राजनीतिज्ञ से मंच सजा था. मौक़ा था बिहार की राजनीति में मुसलमानों की भागीदारी पर जन सुराज लीडरशिप कॉन्फ़्रेन्स का.
जनता दल राष्ट्रवादी के राष्ट्रीय संयोजक अशफाक़ रहमान इस कार्यक्रम के मुख्य चेहरा थे. उन्होंने आज जन सुराज से जुड़ने का विधिवत ऐलान किया.प्र शान्त किशोर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. जन सुराज के सूत्रधार बिहार के निर्विवाद मुस्लिम शख़्सियत अशफ़ाक़ रहमान को शेखपुरा हाउस(जन सुराज मुख्यालय)से अपने साथ लेकर बापू सभागार पहुंचे और स्पीच के लिए ख़ुद से माइक थमाते वक़्त साथी कह कर सम्बोधन किया. दो मिनट आठ सेकण्ड की स्पीच में अशफाक़ रहमान ने पूरी महफ़ील लूट ली. उन्होंने मुसलमानों को क़ायदे से समझाया कि आप बदहाल क्यों हैं?इस लिए के आप सदन में नहीं हैं. विकास का सारा रास्ता सदन से हो कर गुज़रता है.आज़ादी के बाद पहली बार ऐसी पार्टी बन रही है जो आपसे कह रही है कि आप आइए, आपकी आबादी के अनुपात में आपको हिस्सेदारी दी जायेगी. जब जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी होगी तो जिन कठिनाइयों से आप जूझ रहे हैं.उनसे छुटकारा मिल सकता है. अशफाक रहमान ने कहा कि किसी कांग्रेस, किसी लालू ने आपको नहीं ठगा है. आप ख़ुद ठगे गये हैं.
अशफाक रहमान ने मुसलमानों से कहा कि आप चाहे कितनी भी बैठकें कर लें, जब तक आप सदन में नहीं पहुंच जायें, तब तक कुछ नहीं होने वाला है.और आप वहां पहुंचेंगे कैसे?जब तक आपके अंदर राजनीतिक सूझबूझ नहीं होगी.राजनीतिक जागरूकता नहीं आयेगी. प्रशांत जी आपको जन सुराज से जुड़ने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं ,हम भी बोल रहे हैं जन सुराज से जुड़ कर नेतृत्वकर्ता बनें,मात्र कार्यकर्ता नहीं.अन्य राजनीतिक दलों ने आपको कार्यकर्ता भी नहीं माना,बंधुआ मज़दूर बना कर रखा.अशफ़ाक़ रहमान ने अपनी छोटी सी स्पीच में झकझोर कर रख दिया.उनके भाषण में आक्रोश भी था,संयम भी था,दिशा भी थी. मुसलमानों को समझाने में वह सफल दिखे कि राजनीति आज जब करवट ले रही है तो मूकदर्शक बने रहने की बजाय अपनी भागीदारी कैसे तय करनी है इस पर मंथन करने की ज़रूरत है.प्रशान्त किशोर इस कॉन्फ़्रेन्स के मुख्य वक्ता थे मगर अपनी स्पीच ख़त्म करने के बाद आख़री वक्ता के तौर पर उन्होंने अशफाक़ रहमान को चुना.ऐसा कम देखने को मिलता है.मालूम हो कि अशफाक़ रहमान सम्मान की राजनीति करने के लिए जाने जाते हैं.
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मुसलमानों को प्रशान्त किशोर ने भी ख़ूब ललकारा.कहा:जल आप रहे हैं और रौशनी कहीं और हो रही है .उनका इशारा लालू का लालटेन और किरासन(मुसलमान)से था.प्रशांत किशोर आज राजद पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि तीन दशक से मुसलमान के रहनुमा होने का दावा करने वाले अगर हिम्मत है तो मुसलमानों की जितनी आबादी है उसको उतना सीट देकर दिखाओ. उन्होंने एलान करते हुए कहा कि जन सुराज बिहार विधान सभा चुनाव में 40 सीटों पर मुसलमानों को टिकट देगा और जहां राजद मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा करेगा वहां मैं हिन्दू उम्मीदवार खड़ा करुंगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारी लड़ाई राजद से नहीं है, बल्कि सीधे एनडीए से है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल 2025 में जन सुराज का मुख्यमंत्री बनेगा.राजद न तीन में है न तेरह में.जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने कहा कि उनकी पार्टी में 18 प्रतिशत मुस्लिमों की भागीदारी होगी. उन्होंने सच्चर कमिटी रिपोर्ट की चर्चा करते हुए मुसलमानों को दलितों से पिछड़ा बताया और कहा कि समुदाय ने अपने नेताओं को चुनने में गलती की.उन्होंने कहा कि देश में ज्यादातर समय कांग्रेस ने शासन किया, जिसमें मुसलमान, अति पिछड़ा और दलित बहुत पीछे रह गए.लालू प्रसाद की पार्टी ने मुसलमानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का डर बिठा दिया है. पीके ने कहा कि जन सुराज में मुसलमानों को उम्मीद दिखाई दे रही है.कॉन्फ़्रेन्स से पूर्व सांसद डॉ.मोनाज़िर हसन,जस्टिस इक़बाल,अवैस अम्बर,मसीह उद्दीन ,आफ़ाक अहमद एमएलसी,आज़म आदि का नाम प्रमुख है.
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