पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा खास कर अमेरिका यात्रा के बाद भाजपा समर्थक और गोदी मीडिया डंका नहीं बजा पा रहा है। वह देश को यह बताने में भी पूरी तरह विफल रहे की प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा से देश को क्या फायदा हुआ। इसके विपरीत उन्होंने अडानी मामले को व्यक्तिगत मामला कह कर विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे दिया। राहुल गांधी ने कहा कि अडानी पर देश में पूछो, तो चुप्पी साध लेते हैं, विदेश में पूछा तो व्यक्तिगत मामला कह दिया।
प्रधानमंत्री मोदी से पत्रकार ने पूछा कि क्या आपने अडानी मसले पर बात की, तो सीधा जवाब देने के बदले प्रधानमंत्री भारत में महान लोकतंत्र और विश्व बंधुत्व की बात करने लगे। फिर कहा कि व्यकिगत मामले पर दो देशों के प्रमुख बात नहीं करते। इसके बाद वे विपक्ष के निशाने पर आ गए।
इस बीच खबर है कि अमेरिका से भारत फाइटर विमान खरीदेगा। इसके साथ की तेल खरीदेगा। लोग पूछ रहे हैं कि भारत पहले से सस्ता तेल ईरान तथा रूस से खरीद रहा है। अब उससे महंगी दर पर अमेरिका से खरीदने का क्या औचित्य है।
जहां तक भारतीयों को अमेरिका द्वारा हथकड़ी में भेजे जाने का सवाल है, उस मुद्दे पर मोदी ने एक शब्द नहीं कहा। इस मामले में भी प्रधानमंत्री मोदी सहित पूरी भाजपा घिर गई है।
भारत अमेरिका को क्या बेचेगा, इस वाल पर सरकार की तरफ से कुछ नहीं कहा जा रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि भारत टैरिफ दरों में कम कर रहा है, लेकिन अमेरिका बढ़ा रहा है। स्टील पर 25 प्रतिशत टैरिफ बढ़ा दिया, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस पर भी कोई आपत्ति नहीं जताई।