PM Modi को किससे डर, क्यों कहा हम पर हमले होंगे
गुजरात जीत का जश्न मनाते-मनाते PM Modi ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, हम पर हमले होंगे। आप पर भी होंगे। पीएम को किससे डर? क्यों कहा, क्या है अर्थ?
कुमार अनिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात में जीत का जश्न मनाते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि तैयार रहिए, हम पर हमले होंगे। आप पर भी हमले होंगे। बड़ा सवाल यह है कि केंद्र के पास सत्ता के सारे संस्थान उसके पास है, ईडी, सीबीआई भी केंद्र के अधीन है, फिर प्रधानमंत्री पर कौन हमला करेगा? सारे टीवी चैनल और देश के लगभग सारे अखबार प्रधानमंत्री मोदी के प्रशंसक हैं। आज का अखबार देखिए किसी ने हिमाचल में भाजपा की हार के लिए प्रधानमंत्री से सवाल नहीं किया, जबकि हमाचल में भी भाजपा ने और खुद प्रधानमंत्री ने अपने नाम पर ही वोट मांगा था। उन्हें किससे डर है या इसका मतलब कुछ और ही है?
मोरबी पुल हादसे पर एक ट्वीट के कारण तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नई खबर यह है कि जमानत मिलने के कुछ ही देर बाद उन्हें फिर गिरफ्तार कर लिया गया। किसी दूसरे केस में। ठीक जिस तरह जिग्नेश मेवानी को असम की पुलिस ने गुजरात पहुंच कर गिरफ्तार किया। फिर बेल मिलने पर नया केस करके जेल में रखा। कई पत्रकार जेल में हैं। विपक्ष कहता रहा कि ईडी, सीबीआई के जरिये उसकी आवाज दबाई जा रही है। धमकाया जा रहा है। यह तो समझ में आता है, लेकिन सत्ता के शीर्ष पर बैठे प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों कहा कि उन पर हमले होंगे, तैयार रहिए। हमें सहनशील बनना है।
प्रधानमंत्री मोदी के ऐसा कहने के दो अर्थ हो सकते हैं। पहला यह कि उनका यह बयान अपने को पीड़ित और दुखी बताकर सहानुभूति पाना हो सकता है। उन्होंने कहा था कि लोग उनसे उनकी सेहत का राज पूछते हैं। सेहत का राज यह है कि वे रोज दो-तीन किलो गाली खाते हैं। उनके समर्थक ऐसी बात सुनकर खुश होते हैं। उनकी आलोचना करने वाले के पीछे पहले से ज्यादा उग्र होकर हमले करते हैं।
मोदी सरकार 22 महीने से LAC पर बहस को टाल रही है, संसद में कोई मौका नहीं दिया जा रहा है –
— Congress (@INCIndia) December 9, 2022
श्री @Jairam_Ramesh pic.twitter.com/sEPa8NUexw
प्रधानमंत्री के उस बयान का विपरीत अर्थ भी हो सकता है। उन पर हमले होने के बजाय दरअसल सवाल पूछने वाले यू-ट्यूबर, गिनते के पत्रकार जो प्रधानमंत्री की नीतियों के आलोचक हैं, उन पर शिकंजा कसा जा सकता है। जनता के अधिकारों पर हमले हो सकते हैं। बेरोजगारी और महंगाई बढ़ सकती है। क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर ‘हमले’ बढ़ेंगे, क्या राहुल की ‘तपस्या’ पर हमले होंगे?
कुछ दिनों में पता चलेगा कि प्रधानमंत्री ने क्यों कहा कि उन हमले बढ़ेंगे।
हर चैनल पर केवल गुजरात और गुजरात, हिमाचल बोलने से डर क्यों