पुलिस मुख्यालय ने माना थानाध्यक्ष ने की लापरवाही, हुए सस्पेंड
पुलिस मुख्यालय ने दुष्कर्म मामले में स्वीकार किया कि थानाध्यक्ष ने लापरवाही की है। मुख्यालय ने मामले में कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया।
एक दुष्कर्म मामले में थानाध्यक्ष और एक आरोपित के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल होते ही बिहार पुलिस मुख्यालय ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है। मामला मोतिहारी जिले का है। इस जिले के कुंडवा चैनपुर थाना में पिछले महीने एक दुष्कर्म की घटना हुई थी। 21 जनवरी को हुए दुष्कर्म मामले में दिनांक 2 फरवरी को कुंडवाचैनपुर थाना कांड संख्या 21-21 दर्ज किया गया था।
इस आशय के वादी खड़ग बहादुर, जो नेपाल के जिला बरबर्दिया के रहनेवाले हैं, ने 11 अभियुक्तों पर आरोप लगाया। कई अन्य पर लाश को जबरन जलाने और साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया है। 2 फरवरी को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करके कार्रवाई करते हुए दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई। इसके साथ ही अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सिकरहना के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया।
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इसी बीच पांच फरवरी को एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें 21 जनवरी, 2021 को थानाध्यक्ष एवं एक अभियुक्त रमेश शाह के बीच बातचीत है। मुख्यालय ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि थानाध्यक्ष ने कर्तव्यहीनता और लापरवाही बरती है। इस आरोप में पुअनि संजीव कुमार रंजन, थानाध्यक्ष कुंडवाचैनपुर को अविलंब प्रभाव से निलंबित किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि मामले में पुअनि संजीव कुमार रंजन, तत्कालीन थानाध्यक्ष की भूमिका एवं संलिप्तता पर अग्रिम अनुसंधान में साक्ष्य पाए जाने पर उनके विरुद्ध प्रथमिकी दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। बिहार पुलिस मुख्यालय ने अपनी इस कार्रवाई से आम नागरिकों को संदेश देने की कोशिश की है कि कोई भी अधिकारी अपने कर्तव्य का पालन नहीं करेगा, लापरवाही करेगा, तो मामले की जानकारी मिलते ही उसके खिलाफ कार्रवाई अविलंब की जाएगी।