मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के कई चरण हो चुके हैं, लेकिन अब तक वे बिहार की जनता के लिए कोई नया नारा, नया नैरिटव देने में पूरी तरह विफल रहे हैं। सैकड़ों करोड़ के खर्च तो हो गए लेकिन जदयू या एनडीए को कोई राजनीतिक लाभ मिलता दिखाई नहीं पड़ रहा। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री की यात्रा में सामान्य किस्म के उद्घाटन तथा रूटीन समीक्षा बैठक के अलावा कुछ भी नया नहीं है। इसीलिए उनकी प्रगति यात्रा बिहार की जनता में कोई राजनीतिक हलचल पैदा करने में विपळ दिख रही है, बल्कि जनता में उदासीनता दिख रही है।
उधर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की कार्यकर्ता यात्रा ने बिहार में एक नया नारा नारा दे दिया है- माई-बहिन मान योजना के रूप में। हर महीने ढाई हजार रुपएहर महिला को देने के नारे ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है. साथ ही गरीबों में खासकर महिलाओं में सक्रियता देखी जा रही है। महिलाएं उम्मीद के साथ तेजस्वी यादव को देख रही है।
नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर तेजस्वी यादव ने सोमवार को औरंगाबाद में कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरह थक चुके हैं। वे कहने को मुख्यमंत्री हैं, पर राज कोई और चला रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, जिसका एक इंजन अपराध है तथा दूसरा इंजन भ्रष्टाचार है। मुख्यमंत्री के पास बिहार को आगे ले जाने के लिए कोई रोडमैप नहीं है। वे बस दिन काट रहे हैं और सत्ता की मलाई कुछ लोग खा रहे हैं। आम जनता परेशान है।
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इस बीच राजद ने तेजस्वी यादव की घोषणाओं को बड़ा मुद्दा बना दिया है। हर जिले में राजद में सक्रियता देखी जा रहा है। माई-बहिन मान योजना के साथ ही 200 यूनिट बिजली फ्री देने का मुद्दा पार्टी कार्यकर्ता नीचे तक ले जा रहे हैं। इंडिया गठबंधन के अन्य दल भी तेजस्वी के साथ पूरी तरह खड़े दिखाई पड़ रहे हैं।