पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने शनिवार को प्रणाम पूर्णिया, सलाम पूर्णिया रैली में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। सभा में लाखों की भीड़ दिख रही है। उन्होंने भाजपा और आरएसएस की की नीतियों पर करारा हमला किया और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को चुनौती दी की हिम्मत है, तो पूर्णिया से चुनाव लड़ लें। उन्होंने कहा कि एक लाख वोट से हराउंगा।
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने शनिवार को पूर्णिया के सबसे बड़े मैदान रंगभूमि मैदान में रैली आयोजित की और कहा कि पूर्णिया उनकी अपनी माटी है, मां है, यहां से उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता। इसी के साथ उन्होंने लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से चुनाव लड़ने की अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी। कहा कि वे महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहते हैं, लेकिन पूर्णिया से कोई समझौता नहीं होगा। यह उनकी अपनी माटी है। यहां से वे अलग नहीं हो सकते। मालूम हो कि पूर्णिया से वे दोबार पहले सांसद रह चुके हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि प्रणाम पूर्णिया, सलाम पूर्णिया, जोहार पूर्णिया, इंक़लाब पूर्णिया। प्रणाम पूर्णिया रैली में वे पूरे फॉर्म में दिखे। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 400 पार का सपना कभी पूरा नहीं होगा। हिम्मत है, तो पूर्णिया से चुनाव लड़ कर देख लें। उन्होंने कहा कि महारैली में शामिल पांच लाख लोगों ने बता दिया कि वे भाजपा की नीतियों के खिलाफ हैं।
JDU अल्पसंख्यक के 42 सांगठनिक जिलों के अध्यक्ष घोषित
याद रहे यहां से वर्तमान में जदयू के सांसद हैं। महागठबंधन में शामिल होने के लिए पप्पू यादव कई बार खुल कर अपनी इच्छा जता चुके हैं। कई बार उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा भी चली, लेकिन अभी तक महागठबंधन की तरफ से कोई बड़े नेता ने स्पष्ट घोषणा नहीं की है। इधर पप्पू यादव महीनों से पूर्णिया में जमे हैं। वे इस लोकसभा क्षेत्र के लगभग सभी गांवों का दौरा कर चुके हैं। हर गांव में खुद जाकर लोगों से मुलाकात की। उनकी इस मेहनत का नतीजा ही है कि आज पूर्णिया में उनकी रैली में इतनी बड़ी संख्या में लोग जुटे।
यह भी तय है कि अगर इंडिया गठबंधन पप्पू यादव को शामिल करता है, तो उसे सीमांचल की कई सीटों पर लाभ मिलेगा। पिछली बार 2019 में पप्पू यादव मधेपुरा से चुनाव मैदान में थे। बिना किसी गठबंधन के उन्हें लगभग एक लाख वोट मिले थे।