तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रशांत पांडे (प्रशांत किशोर) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के आदमी हैं। लगातार मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने की भविष्यवाणी करने वाले प्रशांत किशोर को पहली बार तेजस्वी यादव ने घेरा है। प्रशांत किशोर पिछले एक साल से खासकर तेजस्वी यादव पर व्यक्तिगत हमले करते रहे हैं। अब दो दिन पहले वरिष्ठ पत्रकार करण थापर के साथ इंटरव्यू में झूठ पकड़े जाने के बाद भी थेथरई करने वाले प्रशांत किशोर चर्चा में हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि कथित रणनीतिकार विशुद्ध रूप से बीजेपी का सदस्य है। बिहार के मुख्यमंत्री ने एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में स्वयं स्वीकार किया था कि उन्होंने प्रशांत किशोर पांडे जी को तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर अपनी पार्टी जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। नीतीश कुमार की इस बात का खंडन ना प्रशांत किशोर ने किया और ना ही अमित शाह ने। इससे स्पष्ट क्या उदाहरण चाहिए कि वह बीजेपी का क्रियाशील सदस्य है। बताइए एक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनावी बाजार के किसी तीसरे आदमी को दूसरी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनवा देता है और फिर में वही पार्टी उसे अपनी पार्टी में झगड़ा लगवाने, गुटबाज़ी करने एवं पार्टी पर एकाधिपत्य जमाने की चेष्टा के कारण बाहर कर देती है। सब समझ गए है ऐसे लोग एक पार्टी के लिए कार्य करते है फिर उसे छोड़ दूसरी पार्टी पकड़ते है और उसकी सारी सूचनाएं दूसरों को सौंप देते है। इसने जिस राज्य में जिस क्षेत्रीय पार्टी के साथ काम किया उस राज्य में बीजेपी मज़बूत हुई और सहयोगी दल को खा गयी। इसने बिहार में जो NGO शुरू किया था वह इस चुनाव में खुलकर BJP की मदद कर रहा है।
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पहली बार मांझी भी हिंदू-मुसलमान की सियासत पर उतरे
याद रहे प्रशांत किशोर ने करण थापर के साथ इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 300 सीट पा रहे हैं। इस थापर ने कहा कि आप कितना आश्वस्त हैं। आपने 2022 में कहा था कि हिमाचल में कांग्रेस का सफाया हो जाएगा, लेकिन कांग्रेस सत्ता में आ गई। इस पर प्रशांत ने कहा कि मैंने नहीं कहा। थापर ने दिखाया कि तमाम अखबार में छपा है। इस पर प्रशांत ने कहा कि वे अखबार को नहीं मानते, मेरा वीडियो दिखाइए। फिर थापर ने उनका ट्वीट दिखाय दिया। इसके बाद से प्रशांत किशोर का भाजपाई एजेंडा बेनकाब हो गया है।