कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश में एक मुस्लिम का घर गिराए जाने पर कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा कि देश में बुलडोजर न्याय नहीं चलेगा। सरकार अपराधियों की तरह व्यवहार नहीं कर सकती। मालूम हो कि दो दिन पहले बुधवार को छतरपुर थाने पर पथराव की घटना हुई थी, जिसके दूसरे दिन गुरुवार को पुलिस ने मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया तथा शहजाद अली के घर को बुलडोजर से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था।
बिना किसी कोर्ट के फैसले के ही किसी का घर ढाह दिए जाने की देशभर में प्रतिक्रिया हुई। कांग्रेस के कई नेताओं ने घर को इस प्रकार बुलडोजर से गिराए जाने का विरोध किया था। कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने विरोध जताया था।
—————
SCST में शामिल करने के लिए बालाकृष्णन आयोग से मिले मुस्लिम प्रतिनिधि
अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने छतरपुर में जिस प्रकार घर पर बुलडोजर चलाया गया, उसका विरोध किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है। कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए। सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं। कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है। जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का। बुल्डोजर न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, यह बंद होना चाहिए।
All India Muslim Personal Law Board सहित 4 संगठनों ने वक्फ संशोधन का किया विरोध