सच्ची तौबा से मिलती है जन्नत
वर्तमान समय में आतंकवादी संगठनों के निशाने पर भटके युवक हैं. ऐसे संगठन दीन की शिक्षाओं से अनभिज्ञ युवकों को अपने धोखे के जाल में फंसाने के ऐसे गुण ईजाद कर रखे हैं कि अच्छे अच्छे लोग आसानी से उनके शिकार बन जाते हैं.
उनके बयान पढने और सुनने से यह स्पष्ट होता है कि वह जिहाद को जन्नत का एक मात्र सीधा रास्ता बयान करते हैं और दीनी शिक्षाओं से दूर ऐसे युवकों को, जिन्हें दिन-रात गुनाहों और अल्लाह की अवज्ञा में गुजरते हैं उनकी ये बातें इतनी दिलकश लगती हैं वह एक लम्हे के लिए भी बिना सोचे आतंकवादियों के गुलाम बन जाते हैं. उन्हें ह लगता है कि अपने गुनाहों से मुक्ति पाने, अल्लाह की राजा हासिल करने और जन्नत का हकदार बनने का एक वाहिद सुनहरा मौका यह है कि जिहाद किया जाये.
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आतकंवाद को बढावा देने वाले आतंकवादी संगठन नादान युवाओं की नजर में मसीहा बन जाता है और मसीहा के रूप में यह भेडिये मुस्लिम युवकों से सभी इंसानी मूल्यों, भाईचारों प्यार के ज्बात छीन लेते हैं. उन्हें मानसिक तौर पर इतना बीमार कर देते हैं कि इंसानियत के खिलाफ उनके दिल व दिमाग में दुश्मनी नफरत का जहर घुल जाता है और वे चलते-फिरते बम धमाकों और आत्माघाती हमलों के जरिये निर्दोष लोगों की जिंदगी तबाह कर देते हैं.
ऐसी स्थिति में हमें ऐसे नादान युवकों को यह बताने की आवश्यक्ता है कि हम सब इंसान हैं और इंसानों से गुनाह हो जाता है लेकिन अल्लाह पाक ने इन गुनाहों से खुद को पाक करने के लिए कयामत तक तौबा का दरवाजा खोल रखा है और हमारे प्यारे नबी ने यह फरमाया है कि सच्ची तौबा करने वाले गुनाहों से ऐसे पाक हो जाते हैं जैसै वह अबी-अभी साफ शफ्फाफ मां के गर्भ से पैदा हुआ है. हमारे नबी फरमाते हैं कि गुनाहों से तौबा करने वाले कि मिसाल उस व्ययक्ति जैसी है जिसके जिम्मे कोई गुनाह नहीं और जब अल्लाह किसी खास बंदे से मोहब्बत करता है तो उसे कई नुकसान नहीं पहुंचाता.
पवित्र कुरान में उल्लेखित आयत से अब इस बात में कोई शक बाकी नहीं रहता कि गुनाहों से निजात हासिल करने के लिए अब हमारे पास सच्चे दिल से अल्लाह की बारगाह में तौबा करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है. बेगुनाह इंसानों का खून बहाने से अल्लाह की रजा हासिल नहीं होती ये बातें तथाककथित जिहादियों को भलिंभांति समझनी चाहिए