पुलवामा हमला केंद्र सरकार ने कराया : NC नेता मुस्तफा कमाल
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मुस्तफा कमाल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आरोप लगाया कि पुलवामा हमला केंद्र सरकार ने करवाया है।
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नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मुस्तफा कमाल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आरोप लगाया कि उरी और पुलवामा हमला केंद्र सरकार ने करवाया है। उन्होंने कहा कि शहीद सैनिकों के फोटो तक देखने को नहीं मिले। यह भी कहा कि मारे गए जवान अनुसूचित जाति के थे। यह भी आरोप लगाया कि कश्मीर में यह मिलिटेंसी सरकार की मेहरबानी से शुरू हुई है। शक की पांचों उंगलियां केंद्र सरकार की तऱफ है।
एनसी नेता मुस्तफा कमाल ने कहा कि आज के हालात के लिए केंद्र सरकार उसकी नीतियां जिम्मेदार हैं। न्यूज एजेंसी ने कश्मीरी नेता के बयान को विस्तार से प्रकाशित किया है। मुस्तफा कमाल पार्टी के संयुक्त महासचिव हैं। वे जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के भाई हैं।
मुस्तफा कमाल ने इन आरोपों के साथ सच्चाई सामने लाने के लिए जांच कमीशन बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि उरी तथा पुलवामा दोनों आतंकी हमले की विस्तृत जांच होनी चाहिए। जब तक पूरी तरह जांच करके सच्चाई सामने नहीं लाई जाती, तब तक पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की मानी जाएगी।
मुस्तफा कमाल ने अपने आरोप में यह भी कहा कि शहीद सैनिकों में अधिकतर अनुसूचित जाति के हैं। इसी तरह के आरोप पहले बी लगे थे। 2019 में सीआरपीएक के प्रमुख ने तब कहा था कि सैनियों को जाति में बांच कर नहीं देखा जाना चाहिए। इसके साथ ही उसी खबर में यह भी जानकारी दी गई थी कि शहीद सैनिक किस जाति के थे। शहीदों में सबसे ज्यादा ओबीसी 19, अजा के सात, पांच एसटी तथा चार सवर्ण थे। तीन जाट, एक मुस्लिम तथा एक बंगाली सवर्ण थे। इस प्रकार शहीदों में सवर्ण सबसे कम थे। तब यह खबर टाइम्स ऑफ इंडिया में आई थी।
एएनआई ने पूछा कि आप अपनी ही सेना पर सवाल उठा रहे हैं, तो मुस्तफा कमाल ने कहा कि चलिए, आप मेरी बात मत मानिए, लेकिन भारत सरकार ने सच्चाई सामने लाने के लिए कोई आयोग का गठन आजतक क्यों नहीं किया। जब तक जांच करके सच्चाई सामने नहीं आती, तब कर पांचों उंगलियां केंद्र की तरफ ही रहेंगी।
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