पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मंगलवार को ईडी ने चार घंटे तक पूछताछ की। ईडी ने उनके बड़े बेटे तेजप्रतार यादव से भी पूछताछ की। इधर राजद ने कहा कि इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव है। ये चुनावी पूछताछ है। बिहार की जनता भाजपा के हथकंडों को पहचानती है।
राबड़ी देवी से ईडी ने लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ की। ईडी दफ्तर में सांसद मीसा भारती भी थीं। उन्होंने राबड़ी देवी को समय पर दवा दी। खबर है कि ईडी ने कुछ खास सवाल नहीं पूछे। ईडी ने पूछा कि आपके नाम पर जो जमीन है, उसे कैसे हालिस किया। उन्हें चाय भी पिलाई। लंच का समय होने पर कहा कि आप लंच कर सकती हैं।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि ज्यों-ज्यों विधानसभा का चुनाव नजदीक आएगा ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी केन्द्रीय एजेंसियों की गतिविधियां बढ़ती जाएंगी। भाजपा नेताओं को बिहार में आकर बोलने के लिए कुछ मसाला चाहिए। इसके पहले भी जिन प्रदेशों में विधानसभा का चुनाव था, उन राज्यों में इन केन्द्रीय एजेंसियों की सक्रियता काफी बढ़ गई थी। लोकसभा चुनाव के समय भी यही हुआ था।
इस बीच जदयू के मुस्लिम तथा अतिपिछड़े वर्ग के नेताओं में भगदड़ है। मंगलवार को कई नेता राजद में शामिल हो गए। जदयू के वरिष्ठ नेता समरेन्द्र कुणाल, नदीम एकबाल, विनोद शाह, प्रीतम सिंह, विकास साह और भाजपा नेता नलिनी मंडल अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ राजद में शामिल हो गए।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में इन केन्द्रीय एजेंसियों की गतिविधियां और भी तेज होगी पर बिहार की जनता हकीकत को समझ रही है और आगे आने वाले चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को इसकी भारी किमत चुकानी होगी।