लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में एक लाख फर्जी वोटरों को जोड़ने तथा भाजपा के लोकसभा चुनाव जीतने का मामला क्या उठाया, अब कई राज्यों से ऐसी ही शिकायतें आने लगी हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड से भी शिकायतें आ रही हैं।
राहुल गांधी ने जिस प्रकार आंकड़ों के साथ फर्जीवाड़ा पकड़ा है, उसके बाद देश की राजनीति में भूचाल है।शनिवार को राजस्थान का मामला सामने आया। कांग्रेस के प्रदेश नेताओं ने कहा कि जयपुर लोकसभा सीट में भी आश्चर्यजनक घटना हुई। कांग्रेस प्रत्याशी अंतिम राउंड तक लीड कर रहा था। उसके बाद चार घंटे के लिए वोटों की गिनती रोक दी गई। इसके बाद परिणाम भाजपा के पक्ष में घोषित कर दिया गया।
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव से पहले उनसे दो लोग दिल्ली में मिले थे। उन्होंने विधानसभा की 288 सीटों में 160 पर जीत दिलाने का दावा किया था। शरद पवार ने नागपुर में कहा कि दोनों व्यक्तियों को उन्होंने राहुल गांधी से मिलवाया था। राहुल गांधी ने उन्हें जवाब दिया था कि हमें ऐसे दावों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हमें सीधे जनता के बीच जाना चाहिए। जनता के पास ही वह शक्ति है, जिससे चुनाव जीता जा सकता है।
इस बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं ने कहा कि उन्हें भी विधानसभा चुनाव परिणामों पर शंका हुई थी, लेकिन तब कोई प्रमाण नहीं था, इसलिए वे चुप रहे। कांग्रेस नेताओं ने मध्य प्रदेश में भी धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
इधर बिहार में 17 अगस्त से इंडिया गठबंधन की मताधिकार रक्षा यात्रा की तैयारी तेज हो गई है। आज गठबंधन में शामिल नेताओं ने अपने-अपने दल के जिला नेताओं से संपर्क किया और यात्रा को सफल बनाने पर बातचीत की।