राहुल ने क्यों कहा मोदी, मोहन भागवत को भी आतंकवादी बता देंगे
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि जो उनके खिलाफ बोलता है उन्हें वे आतंकवादी बलते हैं. अगर मोहन भागवत भी उनके खिलाफ बोल दें तो उन्हें आतंकवादी बता देंगे.
राहुल गांधी ने किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ पौने दो करोड़ लोगों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी देश के चार-पांच उद्योगपति के लिए पैसे बनाने में जुटे हैं. उन्होने कहा कि अगर प्रधान मंत्री यह समझते हैं कि किसान थक के अपना आंदोलन छोड़ देता तो वे गलत सोचते हैं. उन्होंने कहा कि जब तक कानून हटेगा नहीं तब किसान भी नहीं हटेगा.
नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन तक मार्च को पुलिस ने रोक दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाते हुए केवल तीन कांग्रेस नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की इजाजत दी
क्या हैं तीन नये कृषि कानून और क्या होगा किसानों पर प्रभाव
सामूहिक मार्च से रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति को कृषि कानून के खिलाफ किसानों के हस्ताक्षर सौंपे। राहुल ने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि अगर संघ प्रमुख भागवत किसी दिन मोदी के खिलाफ खड़े हो गए, तो उन्हें भी आतंकवादी बता दिया जाएगा।हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास गए। हम करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर लेकर गए। हम किसानों की आवाज राष्ट्रपति तक ले गए हैं।
सर्दी का मौसम है और पूरा देश देख रहा है कि किसान दुख में है, दर्द में है और मर रहा है। पीएम को सुनना पड़ेगा। मैं अडवांस में बोल देता हूं। मैंने कोरोना पर बोला था कि नुकसान होने जा रहा है। आज फिर बोल रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई ताकत नहीं चलेगी। इससे बीजेपी आरएसएस नहीं, देश को नुकसान होने जा रहा है। यह किसान विरोधी कानून है। इससे किसान और मजूदरों को जबर्दस्त नुकसान होने वाला है। सरकार ने कहा था कि कानून किसान के फायदे के लिए है। लेकिन किसान इस कानून के खिलाफ खड़ा है। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि किसान और मजदूर घर चले जाएंगे। नहीं जाएंगे। जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा।
संसद का जॉइंट सेशन बुलाइए और कानून को वापस लीजिए। हम किसानों के साथ खड़े हैं।
राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधीअपडेट@ 12.05 PM: यह सरकार पापी हैः प्रियंका गांधीहम लोकतंत्र में रह रहे हैं और ये चुने गए सांसद हैं। उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है, उन्हें अनुमति मिलनी चाहिए। सरकार को क्या दिक्कत है? बॉर्डर पर खड़े लाखों किसानों की आवाज सरकार क्यों नहीं सुन रही है। किसानों के लिए जिस तरह के नामों का इस्तेमाल किया गया, वह पाप है। अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है