कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शनिवार को दूसरे दिन भी गुजरात में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रदेश गुजरात में उन्हें सुनने के लिए लगातार दूसरे दिन भी भारी भीड़ उमड़ी। वे आज नर्मदा और भरूच में थे। दोनों स्थलों पर उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग थे। मालूम हो कि राज्य में 14 प्रतिशत से ज्यादा आबादी आदिवासियों की हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 17 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। इस अवसर पर वहां शिवाजी पार्क में इंडिया गठबंधन और महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की महारैली आयोजित की गई है, जिसमें अघाड़ी के के सभी प्रमुख नेता रहेंगे। शिव सेना के उद्धव ठाकरे और शरद पवार भी रैली को संबोधितकरेंगे। कल 10 मार्च को राहुल गांधी महाराष्ट्र में प्रवेश करेंगे।
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के पूर्वी हिस्से में जहां आदिवासियों की संख्या काफी है, राहुल गांधी ने आदिवासी मुद्दों पर जोर दिया। यहां भी उन्होंने लोगों से कहा कि देश में 200 बड़ी कंपनिया हैं। इन्हीं के पास सबसे ज्यादा धन है। उन्होंने पूछा कि पहले नंबर पर कौन है, तो भीड़ से अडानी-अडानी नाम गूंजा। फिर उन्होंने पूछा दूसरे नंबर पर कौन हैं। फिर भीड़ ने जवाब दिया अंबानी। जाहिर है राहुल गांधी अपनी यात्रा और सभाओं के जरिये यह संदेश नीचे तक ले जाने में कामयाब रहे हैं कि देश का सारा धन कुछ ही हाथों में सिमटता जा रहा है। गुजरात में भी उन्होंने जाति गणना का मुद्दा उठाया। कहा कि देश में आदिवासी 8 प्रतिशत हैं। उनकी हिस्सेदारी कम से कम आठ प्रतिशत होनी ही चाहिए, लेकिन उन्हें उंगली पर गिना जा सकता है। व्यापक आदिवासी समाज को विकास में हिस्सेदारी से बाहर कर दिया गया है।
राहुल गांधी कल सूरत से होकर गुजरेंगे। गुजरात में उन्होंने एक नई बात कही। उन्होंने जाति गणना के साथ ही आर्थिक मैपिंग की बात कही। बिहार के जाति गणना का उदाहरण देते हुए कहा कि गरीबों में 95 प्रतिशत दलित, आदिवासी और पिछड़े हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनी तो जाति गणना के साथ आर्थिक मैपिंग कराएंगे।