राहुल का चैलेंज, कृषि कानून की तरह Agnipath भी वापस लेना होगा
राहुल गांधी ने याद दिलाया कि उन्होंने पीएम से कहा था कि काले कृषि कानून वापस लेने ही होंगे। लेना पड़ा। आज कह रहा हूं कि Agnipath भी वापस लेना होगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री को माफीवीर की संज्ञा देते हुए याद दिलाया कि किसान आंदोलन शुरू होने के बाद ही उन्होंने कहा था कि देश का किसान वापस नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री को काले कृषि कानून वापस लेने ही होंगे। आखिर वही हुआ। आज कह रहा हूं कि देश का जवान भी पीछे नहीं हटेगा और प्रधानमंत्री को ठेके पर सैनिक बहाली की अग्निपथ योजना वापस लेनी ही होगी।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया-8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा। राहुल गांधी के इस ट्वीट को खबर लिखने तक 42 हजार लाइक्स मिल चुके हैं, जबकि 13 हजार रिट्वीट हो चुके हैं।
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भाजपा सांसद राजवर्धन राठौर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लगता है वे स्टेशन के बाहर चूहे मारने की दवा का प्रचार कर रहे हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि जब देश में सेना बहाली की पहले से प्रक्रिया थी, तो उसमें अचानक बदलाव क्यों किया जा रहा है? राठौर ने अग्निपथ की सराहना करते हुए कहा था कि एक युवा को चार साल नौकरी के बाद 20 लाख रुपए मिल जाएंगे, ये क्या कम है। कन्हैया ने कहा कि मंत्री ने यहां भी झूठ बोला, 20 लाख नहीं, 12 लाख। कन्हैया ने कहा कि अग्निपथ से 25 फीसदी तक युवाओं को स्थायी किया जाएगा। इसका अर्थ है 25 फीसदी से कम भी हो सकता है। अधिकतम है 25 फीसदी।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आंदोलनकारी युवकों का समर्थन किया है। सोनिया गांधी बीमार हैं। इसलिए उनके समर्थन की जानकारी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दी।
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